स्वच्छता सारथी फेलोशिप
- 17 Mar 2021
1 मार्च, 2021 को भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने मिशन ‘वेस्ट टू वेल्थ’ (Waste to Wealth) के अंतर्गत ‘स्वच्छता सारथी फेलोशिप’ (Swachhata Saarthi Fellowship) की शुरुआत की है।
उद्देश्य: अपशिष्ट प्रबंधन के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों को वैज्ञानिक और टिकाऊ तरीके से निपटान के लिए काम कर रहे नगर निगम कर्मियों, सफाई कर्मियों, स्वयं सहायता समूहों, सामुदायिक कार्यकर्ताओं और छात्रों को मान्यता देना।
- 'वेस्ट टू वेल्थ' प्रधानमंत्री-विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (पीएम-एसटीआईए सी) के 9 राष्ट्रीय मिशनों में से एक है।
- यह फेलोशिप उन युवा नवोन्मेषियों को सशक्त करने के लिए एक पहल है, जो अपशिष्ट प्रबंधन, जागरूकता अभियान, अपशिष्ट सर्वेक्षण/अध्ययन इत्यादि के कार्यों में सामुदायिक स्तर पर ‘स्वच्छता सारथी’ के रूप में लगे हुए हैं।
- इस फेलोशिप के अंतर्गत प्रोत्साहन पुरस्कार को तीन अलग-अलग श्रेणियों में बाँटा गया है जो निम्न है:
श्रेणी-ए: यह श्रेणी 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूली विद्यार्थियों के लिए है, जो सामुदायिक स्तर पर कचरा प्रबंधन के कार्यों में लगे हैं।
श्रेणी-बी: इसके अंतर्गत सामुदायिक स्तर पर कचरा प्रबंधन में लगे कॉलेज के स्नातक, परास्नातक तथा शोध छात्रों को प्रोत्साहन मिलेगा।
श्रेणी-सी: इसके अंतर्गत स्वयं सहायता समूह के माध्यम से समुदाय में कार्य कर रहे नागरिकों, नगर निगम कर्मियों और स्वच्छता कर्मियों को प्रोत्साहन मिलेगा जो अपने उत्तरदायित्व से आगे बढ़कर कार्य कर रहे हैं।
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