ईंट निर्माण क्षेत्र के लिए ऊर्जा दक्षता उद्यम प्रमाणन कार्यक्रम
- 13 Mar 2021
( 12 March, 2021, , www.pib.gov.in )
विद्युत, नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा राज्य मंत्री आर के सिंह ने 12 मार्च, 2021 को ‘ईंट निर्माण क्षेत्र के लिए ऊर्जा दक्षता उद्यम (ई-3) प्रमाणन कार्यक्रम’ की शुरुआत की।
महत्वपूर्ण तथ्य: आग में पकी हुई मिट्टी की ईंटों के क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता की अपार संभावनाओं को देखते हुए प्रस्तावित ई-3 प्रमाणन योजना का उद्देश्य इस क्षेत्र में विशाल ऊर्जा प्रभाव क्षमता का दोहन करना है।
- 2030 तक 7500 ईंट निर्माण इकाइयों द्वारा ई-3 प्रमाणन को अपनाने से लगभग 25 मिलियन टन की उर्जा बचत अनुमानित है। ईंट निर्माण उद्योग सालाना 45-50 मिलियन टन कोयले के बराबर खपत करता है, जो देश में कुल ऊर्जा खपत का 5-15% है।
- ई-3 प्रमाणपत्र उन उद्यमों को दिया जाएगा, जिनकी विशिष्ट ऊर्जा खपत राष्ट्रीय आधार रेखा (National Baseline) से 25% कम होगी।
- भारत ईंटों का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और यह मांग ई-3 प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से अगले 20 वर्षों में तीन से चार गुना होने की संभावना है।
- ईंट क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 0.7% का योगदान देता है तथा 1 करोड़ से अधिक श्रमिकों को मौसमी रोजगार प्रदान करता है।
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