पुथांडु 2025
- 14 Apr 2025
14 अप्रैल, 2025 कोतमिल नववर्ष पुथांडु (Puthandu) मनाया गया। पुथांडु, जिसे तमिल नववर्ष भी कहा जाता है, 14 अप्रैल 2025 को तमिल महीने चिथिरै के पहले दिन मनाया गया, जो तमिल समुदाय के लिए नए वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
मुख्य तथ्य :
- तिथि और समय: पुथांडु 14 अप्रैल 2025 को मनाया गया। इस दिन मेष संक्रांति का क्षण सुबह 3:30 बजे था, जिससे तमिल नववर्ष की शुरुआत हुई।
- धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी। मान्यता है कि इंद्र देवता भी इस दिन पृथ्वी पर आए थे, जिससे शांति, आशा और समृद्धि का संदेश मिलता है।
- परंपराएं और रीति-रिवाज: इस दिन घरों को फूलों और कोलम (रंगोली) से सजाया जाता है, पूजा स्थल पर फल, फूल और दीपक रखे जाते हैं, और परिवार के सदस्य मंदिर जाकर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
- विशेष व्यंजन: पारंपरिक व्यंजनों में आम, नीम के फूल, इमली, गुड़, और मिर्च से बना मैंगो पचड़ी, इडली, वड़ा, पायसम, और छः स्वादों वाला भोजन शामिल है, जो जीवन के विभिन्न अनुभवों का प्रतीक है।
- वैश्विक उत्सव : पुथांडु न केवल तमिलनाडु में, बल्कि श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, यूके, यूएसए और कनाडा सहित तमिल प्रवासी समुदायों द्वारा भी उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
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