आदित्य-L1 मिशन तथा सौर ज्वाला के रहस्य
- 01 Mar 2025
हाल ही में, भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। मिशन के 'सूट' (SUIT) पेलोड ने पहली बार सौर ज्वाला 'कर्नेल' की तस्वीर ली है1 |
मुख्य तथ्य
- सौर ज्वाला की तस्वीर: आदित्य-एल1 पर लगे सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT) पेलोड ने सूर्य के निचले वायुमंडल (फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर) में एक सौर ज्वाला की पहली छवि कैप्चर की है1 |
- एक्स6.3 श्रेणी की सौर ज्वाला: 22 फरवरी 2025 को, आदित्य-एल1 पर लगे SUIT पेलोड ने एक्स6.3 श्रेणी की सौर ज्वाला का अवलोकन किया, जो सबसे तीव्र सौर विस्फोटों में से एक है1 इस अवलोकन की अनूठी विशेषता यह थी कि SUIT ने नियर अल्ट्रा वायलेट (एनयूवी) तरंग दैर्ध्य रेंज (200-400 एनएम) में चमक का पता लगाया, जो ऐसी बड़ी डिटेल में पहले कभी नहीं देखी गई थी1
- ऊर्जा का प्रसार: इन अवलोकनों से पुष्टि होती है कि ज्वाला से निकलने वाली ऊर्जा सूर्य के वायुमंडल की विभिन्न परतों में फैलती है1
- तापमान में वृद्धि: इस अवलोकन में सबसे रोमांचक खुलासे में से एक यह है कि सूर्य के निचले वायुमंडल में कैद की गई स्थानीय चमक सीधे सौर कोरोना के शीर्ष पर प्लाज्मा के तापमान में वृद्धि से मेल खाती है1
- आदित्य-एल1 मिशन: आदित्य-एल1 मिशन को 2 सितंबर 2023 को लॉन्च किया गया था1 | 6 जनवरी 2024 को, अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक लैग्रेंज बिंदु एल1 के चारों ओर एक बड़ी हेलो कक्षा में स्थापित किया गया था1
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