स्कोर्पीन-क्लास पनडुब्बी 'वाघशीर' नौसेना में शमिल
- 10 Jan 2025
9 जनवरी, 2025 को, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने छठी और अंतिम स्कोर्पीन-क्लास पनडुब्बी, 'वाघशीर' को भारतीय नौसेना को सौंप दिया।
मुख्य तथ्य:
- उन्नत तकनीक: स्कोर्पीन पनडुब्बियां उन्नत स्टेल्थ सुविधाओं से लैस हैं और टॉरपीडो और एंटी-शिप मिसाइलों के साथ सटीक हमले करने में सक्षम हैं।
- प्रमुख क्षमताएं: पनडुब्बियां विभिन्न प्रकार के मिशनों को अंजाम दे सकती हैं, जिनमें एंटी-सर्फेस युद्ध, एंटी-सबमरीन युद्ध, खुफिया जानकारी एकत्र करना और क्षेत्र की निगरानी शामिल है।
- स्वदेशी घटक: वाघशीर में स्वदेशी रूप से विकसित घटक शामिल हैं जैसे एयर कंडीशनिंग प्लांट और एक आंतरिक संचार और प्रसारण प्रणाली।
- महत्व: ये पनडुब्बियां भारतीय नौसेना की पानी के भीतर की क्षमताओं को मजबूत करती है और भारत को एक प्रमुख पनडुब्बी निर्माण राष्ट्र के रूप में मजबूत करती है।
- प्रोजेक्ट पी-75: यह प्रोजेक्ट पी-75 के पूरा होने का प्रतीक है, जिसमें छह स्कोर्पीन-क्लास पनडुब्बियों का निर्माण शामिल था।
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