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The Preliminary Examination shall consist of two compulsory paper, namely, General studies-I of 200 marks and General Studies-II of 200 marks. The question papers shall be multiple choices, objective type. The question papers will be set both in Hindi and English.
General Studies-I
Total Marks: 200Time: 2 hours
The paper will consist of 100 objective type questions, each of 2 marks, drawn from the subjects listed below. Candidates will have to answer all the questions.
(A)History of India:15 Questions
1.Ancient India (5 questions)
2.Medieval India (5 questions)
3.Modern India (5 questions)
(B)Geography of India:10 Questions
1.General Geography (3 questions)
2.Physical Geography (3 questions)
3.Economical Geography (2 questions)
4.Social & Demographic Geography (2 questions)
(C)Indian Polity and Governance:10 Questions
1.Constituton of India (4 Questions)
2.Public Administration and Good Governance (4 questions)
3.Decentrealization: Panchayats & Municipalities (2 questions)
(D)Economic and Sustainable Development:10 Questions
1.Basic features of Indian Economy (4 questions)
2.Sustainable Development and Economic issues (4 questions)
3.Economic Reforms and Globalization (2 questions)
(E)Science & Technology:15 Questions
1.General Science (6 questions)
2.Agriculture & Technology Development (6 questions)
3.Information & Communication Technology (3 questions)
(F)Jharkhand Specific Questions (General Awareness of its History, Society,
Culture & Heritage):10 Questions
(G)National & International Current Events:15 Questions
(H)General Questions of Miscellaneous nature, not requiring subject 15 Questions
specialization, such as,:
1.Human Rights
2.Environmental Protection, Bio-diversity & Climate Change
3.Urbanization
4.Sports
5.Disaster Management
6.Poverty and Un-employment
7.Awards
8.United Nations and other International Agencies
झारखण्ड लोक सेवा आयोग, प्रारंभिक परीक्षा
सामान्य अध्ययन पत्र - II
पूर्णांकः 200समयः 2 घण्टे
इस पत्र में 100 बहुवैकल्पिक/वस्तुपूरक (Objective types) प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होगा। सभी प्रश्नों का उत्तरदेना अनिवार्य होगा।
A. झारखण्ड का इतिहास 8 प्रश्न 8 × 2 = 16
(क)मुण्डा शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(ख)नागवंशी शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(ग) पडहा पंचायत शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(घ) मांझी परगना शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(ड़) मुण्डा मानकी शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(च) दौकली सोहोर शासन व्यवस्था - (1 प्रश्न)
(छ)जातीय पंचायत शासन व्यवस्था - (2 प्रश्न)
B. झारखण्ड आन्दोलन 7 प्रश्न 7 × 2 = 14
(क)झारखण्ड के सदान - (1 प्रश्न)
(ख)झारखण्ड के आदिवासी - (1 प्रश्न)
(ग) झारखण्ड के स्वतंत्रता सेनानी - (1 प्रश्न)
(घ) झारखण्ड के विभूति - (2 प्रश्न)
(ड़) झारखण्ड आन्दोलन एवं राज्य गठन - (2 प्रश्न)
C. झारखण्ड की विशिष्ट पहचान 5 प्रश्न 5 × 2 = 10
(क)झारखण्ड की सामाजिक स्थिति - (1 प्रश्न)
(ख)झारखण्ड की सांस्कृतिक स्थिति - (1 प्रश्न)
(ग) झारखण्ड की राजनीतिक स्थिति - (1 प्रश्न)
(घ) झारखण्ड की आर्थिक स्थिति - (1 प्रश्न)
(ड़) झारखण्ड की धार्मिक विशिष्टताएं एवं पहचान - (1 प्रश्न)
D. झारखण्ड का लोक साहित्य, नृत्य, संगीत, वाद्य, दर्शनीय स्थल एवं आदिवासी संस्कृति
5 प्रश्न 5 × 2 = 10
(क)लोक साहित्य - (1 प्रश्न)
(ख)पारंपरिक कला एवं लोक नृत्य - (1 प्रश्न)
(ग) लोक संगीत एवं वाद्य - (1 प्रश्न)
(घ) दर्शनीय स्थल-प्राकृतिक, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, धार्मिक एवं आधुनिक स्थल - (1 प्रश्न)
(ड़) आदिवासी-जाति-प्रजाति एवं विशेषताएं - (1 प्रश्न)
E. झारखण्डी साहित्य और साहित्यकार5 × 2 = 10
झारखंडी साहित्य एवं साहित्यकार - (5 प्रश्न)
F. झारखण्ड के प्रमुख शिक्षण संस्थान3 × 2 = 6
प्रमुख शिक्षण संस्थान - (3 प्रश्न)
G. झारखण्ड के खेल-कूद - (5 प्रश्न)5 × 2 = 10
H. झारखण्ड के भूमि संबंधी कानून/अधिनियम12 × 2 = 24
(क)छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (C.N.T.) - (5 प्रश्न)
(ख)संताल परगना काश्तकारी अधिनियम (S.P.T.) - (5 प्रश्न)
(ग) अन्य राज्य परक अधिनियम - (2 प्रश्न)
I.1947 से राज्य में आर्थिक विकास का इतिहास झारखण्ड का भूगोल- जंगल, नदी,
पहाड़-पर्वत, खान-खनिज आदि - (10 प्रश्न)10 × 2 = 20
J.झारखण्ड की औद्योगिक नीति, विस्थापन और पुनर्वास नीति एवं अन्य नीतियां - (6 प्रश्न)6 × 2 = 12
K. झारखण्ड के प्रमुख उद्योग का नाम और स्थान तथा औद्योगिक विकास - (5 प्रश्न)5 × 2 = 10
L. झारखण्ड की प्रमुख योजनाएं एवं उपयोजनाएं - (5 प्रश्न)5 × 2 = 10
M. झारखण्ड में जंगल प्रबंधन एवं वन्य जीव जंतु संरक्षण कार्य - (5 प्रश्न) 5 × 2 = 10
N. झारखण्ड राज्य के पर्यावरण संबंधी तथ्य, हो रहे पर्यावरण परिवर्तन एवं उसके अपशमन (Mitigation) एवं अनुकूलन (Adaptation) संबंधी विषय - (7 प्रश्न)7 × 2 = 14
O. झारखण्ड में आपदा प्रबंधन - (5 प्रश्न)5 × 2 = 10
P. झारखण्ड से संबंधित विविध तथ्यों एवं समसामयिक घटनाएं - (7 प्रश्न)7 × 2 = 14
परिशिष्ट - 1(ख)
syllabus for the main examination of the jharkhand civil services
The Main Examination shall consist of six compulsory papers, common to all candidates two of these papers namely paper-I 100 Marks and Paper -II 150 Marks, shall be language based and the remaining four Papers each of 200 Marks shall be subject based. The language based papers shall be (i) A composite paper of General Hindi & General English and (ii) A Language & Literature Paper of certain selected languages of which every candidate will have to opt for one. The subject based Papers shall be (i) Social Science (History and Geography), (ii) Indian Constitution, Polity, Public Administration and Good Governance, (iii) Indian Economy, Globalization and Sustainable Development and (iv) General Science, Environment and Technology Development
The detailed syllabi of all the above six papers shall be as follows:
paper-I
General Hindi and General English
Total Marks : 100Time: 3 hours
The General Hindi and General English paper shall be a composite paper, consisting of two segments, namely. (i) Hindi and (ii) English. Both the segments shall be of equal weightage i.e. each of 50 marks. The purpose of the paper is to test the working knowledge of the candidates in the above two languages. As such the questions to be asked in both the segments of this paper shall be of matric standard only and shall be confined to the following areas-
(A)General Hindi: 50 marks
(क)निबंध (400 शब्दों का) - 15 अंक
(ख)व्याकरण - 15 अंक
(ग)वाक्य विन्यास - 10 अंक
(घ)संक्षेपण - 10 अंक
(B)General English : 50 marks
1.Essay (400 words)– 15 marks
2.Grammar– 15 marks
3.Comprehension– 10 marks
4.Precis– 15 marks
It will be only a qualifying paper in which out of 100 (combined both Hindi and English) every candidate will have to secure only 30 marks. Thus inclusion of 50 marks General English
component will not adversely impact the chances of students from Hindi/Regional Language background.
Paper-II
Language & Literature
Total Marks : 150Time: 3 hours
The candidates will have the choice to opt for one of the following languages & literature-
(i)Oriyya Language & Literature
(ii)Bangali Language & Literature
(iii)Urdu Language & Literature
(iv)Sanskrit Language & Literature
(v)English Language & Literature
(vi)Hindi Language & Literature
(vii)Santhali Language & Literature
(viii)Panchpargania Language & Literature
(ix)Nagpuri Language & Literature
(x)Mundari Language & Literature
(xi)Kurux Language & Literature
(xii)Kurmali Language & Literature
(xiii)Khortha Language & Literature
(xiv)Khadia Language & Literature
(xv)Ho Language & Literature
This paper will be set for a maximum of 150 Marks and marks obtained in this paper shall be counted for preparation of the Gradation-List of the Main Examination.
The detailed syllabi of the above 15 Languages & Literatures shall be as follows-
उडि़या पाठ्यक्रम
(For JPSC Main Examination)
पूर्ण संख्याः 150समय: 3 घंटा
खण्ड - क (75 Marks)
1. भाषा
(i) ओडि़या भाषा की उत्पत्ति और क्रम विकाश
(ii) ओडि़या अभिलेख का ऐतिहासिक और भाषा तात्विक अध्ययन
(iii)ओडि़या भाषा का मानकीकरण एवं व्याकरणिक संरचना
(iv)ओडिया लिपि उत्पत्ति और क्रम विकास
(v) ओडि़या भाषा के ऊपर अन्य भाषाओं का प्रभाव
2. व्याकरण
विशेष्य, विशेषण, सर्वनाम, लिंग, वचन, पुरुष, कारक, विभक्ति, अव्यय, क्रिया, संधि, समास, रूढि प्रयोग, विपरीतार्थक शब्द।
अलंकार- अनुप्रास, यमक, श्लेष, उपमा, उत्प्रेक्षा, व्यतिरेक, विभावना, विशेषोक्ति
3. ओडि़या साहित्य का इतिहास
(i) विभिन्न युग में ओडि़या पद्य साहित्य की प्रमुख प्रवृत्तियां
(ii) ओडि़या गद्य साहित्य का क्रमविकास - शिलालेख के गद्य से आधुनिक गद्य साहित्य तक।
(iii)ओडि़या उपन्यास साहित्य का उद्भव और क्रमविकास।
(iv)ओडि़या नाट्य साहित्य का उद्भव और क्रमविकास।
खण्ड - ख (75 Marks)
4. पद्य साहित्य
(i) जगन्नाथ दास ‘श्रीमद् भगवत’ एकादश स्कन्द (प्रथम पांच सर्ग)
(ii) दिनकृष्ण दास ‘‘रसकल्लोल’’ (छन्द संख्या 1, 2, 5, 33 और 34)
(iii)गंगाधर मेहेर - तपस्विनी
(iv)गोपबंधू दास - कारा-कविता
(v) सच्चिदानन्द राउतराय वाजिराउत
5. गद्य साहित्य
(i) फकीर मोहन सेनापति-छमाण आठगुणु
(ii) गोपिनाथ महन्ति-परजा
(iii)कालिन्दी वरण पाणिग्राही- गाटिर मणिष
(iv)फकीर मोहन सेनापति- गल्प स्वल्प (प्रथम भाग)
6. निबंध
समसामयिक समस्या विषय पर ओडि़या भाषा (देवनागरी लिपि) में निबंध लेखन
7. नाट्य साहित्य
(i) अश्विनी कुमार घोष-कोणार्क
(ii) रामचन्द्र मिश्र-घर संसार
(iii)गोपाल छोटराय- भरसा
8. आलोचना
(i) सरला साहित्य में समाजचित्र
(ii) रीतिकवि अभिमन्यु सामन्त शिहार
(iii)रोमांटिक कवि राधानाथ राय
(iv)फकीर मोहन सेनापति
(v) जातिय कवि गोपबंधु
9. संक्षेपण
JPSC Mains, Paper-II
Bangali Language & Literature
Marks : 150Time: 3 hours
part-I
(a)History of Bengali Language
(i)Origin and development of Bengali language
(ii)Origin and development of Bengali Script
(iii)Origin and development of old Aryan, Middle Indo Aryan, Modern Indo Bengali Language
(iv)The chronological track from Proto Indo-European to Bangla (Family tree with branches and approximate dates.)
(b)Bengali Upa- Bhasha Shabda Bhandar, Dwani Paribartaner sutra.
(c)History of Bengali Literature
(i)Charyapada
(ii)Andhakar yug
(iii)Krittibas
(iv)Maladhar Basu
(v)Sri krishna kirtan o chandidas
(vi)Bidyapati
Part-II
(d)Prose, Poetry, Drama
(i)Meghnad Vada Kabya- Madhusudan Dutta
(ii)Muchiram gurer Jibancharit- Bankimchandra
(iii)Achalayatam- Rabindranath
(iv)Srikanta (vol-1)- Saratchandra.
(v)Vaishnava padavali (Calcutta University), poems of Vidyapati, Chandidas, Jnanadas, Giovinddas and Balramdas.
(e)Grammar
(i)Bhabsamprasaran
(ii)Sarangsha
(iii)Pratibedan
(f)Development of Prose, Poetry, Drama, Critic and Novel in Bangla literature.
(g)Fiction major author (Bankimchandra, Tagore, Saratchandra, Bibhutibusan, Tarashanar, Manik)
Jharkhand Public Service Commission, Mains Paper-II
Urdu Literature
Marks: 150Time: 3 Hours
Part-I
(a)Different theories about the origin of Urdu language.
(b)Origin and development of Urdu script.
(c)Benefits of Linguistic.
(d)Urdu literature (prose fiction)
(i)Nirmala (Novel)-Premchand
(ii)Short stories
Baloo Bhangi-Krishna Chandra
Laj Wanti-Rajinder Singh Bedi
Khol Do-Saadat Hassan munto
Parinda Pakarnewali Gadi-Ghayas Ahamed Gaddi
Mrs. John-Sheen Akhtar
Part-II
(e)Urdu Poetry
Ghalib: - Ghazal
(i)Hazaron Khawahisen Aaisi ke.
(ii)Ye Na Thi hamari Qismat.
Meer taqi Meer:
(i)Ulti hogai sab tadbeeren
(ii)Shaam se kuch bujha sa Rahta.
Hasrat Mohani:
Chupke Chupke rat din Asnsoo bahana yaad hai.
(f)Following five poems:
(i)Lenin Khuda ke huzoor mein-Iqbal
(i)Saqui Nama-Iqbal
(iii)Naseehat Akhlaque-Akbar Allahabadi
(iv)Balai Zamini-Wahab danish
(v)Ertaqua-Jameel Muzhari
(g)Urdu Language (Grammar)
(i)Opposite
(ii)Gender
(iii)Letter
(iv)Application
(v)Meanings
(vi)Singular-Plural
(vii)Summary
झारखण्ड लोक सेवा आयोग, मुख्य परीक्षा पत्र-II
संस्कृत भाषा एवं साहित्य
पूर्णांकः 150समयः 3 घण्टा
खण्ड-I
(क) भाषा विज्ञानः संस्कृत भाषा का उद्भव और विकास (भारोपीय से लेकर मध्य आर्य भाषाओं तक) भाषा की उत्पत्ति के सिद्धान्त, ध्वनि-विज्ञान, पद विज्ञान, वाक्य विज्ञान, अर्थ विज्ञान, अर्थ-परिवर्तन और उनके कारण।
(ख) वैदिक संस्कृत साहित्य का इतिहासः वैदिक संहिताएं, ब्राह्मण ग्रंथ, आरण्यक तथा उपनिषद।
(ग) लौकिक संस्कृत साहित्य का इतिहासः पुराण साहित्य, रामायण, महाभारत तथा परवर्ती संस्कृत साहित्य (महाकाव्य नाटक, गद्य साहित्य, चम्पू)
(घ) संस्कृत व्याकरणः संस्कृत ध्वनियां, स्वर एवं व्यंजन, संधि, समास, कारक, उपपद विभक्ति, नामधातु कृत प्रत्यय, तद्धित प्रत्यय, स्त्री प्रत्यय।
खण्ड-II
(ड़) संस्कृत में निबंध लेखन।
(च) भारतीय दर्शनों का सामान्य परिचय, आस्तिक एवं नास्तिक दर्शन, वेदान्त दर्शन, सांख्य दर्शन, बौद्ध दर्शन।
(छ)भारतीय संस्कृति एवं इसकी विशेषताएं, वर्णाश्रम व्यवस्था, संस्कार।
(ज)वाल्मीकि रामायण (किष्किन्धा काण्ड), रघुवंश (सर्ग-6, श्लोक-1-20), श्री मद्भगवद्गीता (द्वितीय अध्याय), किरातार्जुनीयम (सर्ग-1), कादम्बरी (शुकनाशोपदेश), मृच्छ कटिक (प्रथम अंक), उत्तर रामचरितम (तृतीय अंक)।
JPSC Mains, Paper-II
English Language and Literature
Full Marks: 150Time: 3 Hours
Part-I
(a)History of English Language:
(i)Indo-European Family of Language
(ii)Teutonic Verbal system, Teutonic Accent
(iii)The First Sound Shifting or Grimm's Law
(iv)Old English (Dialects of Old English, Characteristics of Old English, Old English Vocabulary)
(v)Middle English (Dialects of Modern English, Characteristics of Middle English, Rise of Standard English)
(b)The Definition of Poetry: Its characteristics, purpose, forms of poetry -- lyric, sonnet, ode, balled, free verse, blank verse, rhymed verse, poetic terms--alliteration, resonance, rhyme scheme meter-- its types.
(c)Comprehension (A passage containing approximately 1000 words to be set):
(d)Grammar
(i)Noun, Verb, Adjective, Adverb, Article, Preposition, Subject-verb Agreement, Narration, Voice, Transformation, Clause.
(ii)Single-word substitution
(iii)Correction of errors
(iv)Pairs of words
(v)Idioms and Phrases
Part-II
English Literature:
(e)History of English Literature (British, American, Colonial and post-Colonial Writing) from the 14th century up to the 21st century:
Poetry, Drama, Prose, Novel, Criticism, Biography, Autobiography, Short-stories (General
introduction of eminent poets, dramatists, novelists, prose-writers, short-story writers, autobiographers, biographers, popular writers)
(f)Fiction and Drama (Critical Study and Explanation):
(i)Kanthapura Raja Rao
(ii)A Passage to India: E. M. Forster
(iii)Macbeth: William Shakespeare
(iv)Arms and the Man: G.B. Shaw
(g)Poetry (Critical Study and Explanation):
(i)The Quality of Mercy: William Shakespeare
(ii)The Little Black Boy: William Blake
(iii)The Solitary Reaper: William Wordsworth
(iv)Mutability: P.B. Shelley
(v)I Think Continually of Those Who were Truly Great
(vi)Heaven of Freedom: Rabindranath Tagore
(vii)A Soul's Prayer: Sarojini Naidu
(h)Prose (Critical Study and Explanation):
(i)On Habits: A.G. Gardiner
(ii)India Again: E.M. Forster
(iii)Playing the English Gentleman: Mahatma Gandhi
(iv)Of Studies: Francis Bacon
(v)Mr. Know All: Somerset Maugham
(vi)The Homecoming: Rabindranath Tagore
(vii)The Cherry Tree: Ruskin Bond
(i)Essay: On socio-economic or current topic
हिन्दी भाषा एवं साहित्य
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
समयः 3 घंटापूर्णांकः 150
खण्ड-I
क. हिन्दी भाषा का इतिहासः हिन्दी का उद्भव और विकास, अपभ्रंश, अवहट्ट, पुरानी हिन्दी, भाषा परिवार, भाषा परिवार का वर्गीकरण, ध्वनि विज्ञान, देवनागरी लिपि का उद्भव और विकास, देवनागरी लिपि के गुण एवं दोष, शब्द-शक्ति, शब्द भंडार, बोलचाल की भाषा, रचनात्मक भाषा, राष्ट्रभाषा, राजभाषा, संपर्क भाषा के रूप में हिन्दी।
ख. काव्य शास्त्रः काव्य की परिभाषा, काव्य के लक्षण, काव्य हेतु, काव्य प्रयोजन, साधारणीकरण, रक्ष, छंद अलंकार।
ग. प्रयोजनमूलक हिन्दीः प्रयोजनमूलक हिन्दी, कार्यालयी हिन्दी, जनसंचार भाषा के रूप में हिन्दी, व्यावसायिक हिन्दी।
घ. व्याकरणः संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, समास, मुहावरे, उक्तियां, संधि विच्छेद, अनेकार्थक शब्द
खण्ड-II
क. हिन्दी साहित्य का इतिहासः हिन्दी साहित्येतिहास लेखन की समस्या एवं परम्परा साहित्येतिहास दर्शन, काल विभाजन, आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल, आधुनिक काल, छायावाद, प्रगतिवाद, प्रयोगवाद, नई कविता, गद्य का उद्भव और विकास, कहानी, उपन्यास, नाटक, एकांकी, आलोचना, निबंध, संस्मरण, रेखाचित्र, रिपोर्टज, आत्मकला, जीवनी का उद्भव एवं विकास, प्रमुख कवियों, कहानीकारों, उपन्यासकारों, नाटककारों, आलोचकों की रचनाओं का सामान्य परिचय
ख. आलोचनात्मक और व्याख्यात्मक
कबीर- कबीर ग्रंथावली सं- श्यामसुन्दर दास - प्रारंभिक 50 साखी
सूरदास-भ्रमरगीत-सं- रामचन्द शुक्ल - प्रारंभिक 50 पद
तुलसीदास - रामचरितमानस - अयोध्याकाण्ड
बिहारी-बिहारी रत्नाकर
संपादक- जगन्नाथ दास रत्नाकर, दोहा संख्याः 1, 38, 67, 70 112, 121, 154, 191, 192, 201
जयशंकर प्रसाद-कामायनी-श्रद्धा सर्ग
निराला-राम की शक्तिपूजा
अज्ञेय-कितनी नावों में कितनी बार
दिनकर-कुरुक्षेत्र (पहला सर्ग)
मुक्तिबोध-अंधेरे में (भाग एक)
ग- आलोचनात्मक और व्याख्यात्मकः
नाटक
भारतेन्दु हरिशचन्द्र-भारत दुर्दशा
जयशंकर प्रसाद-चन्द्रगुप्त
मोहन राकेश-आधे-अधूरे
उपन्यास
प्रेमचन्द-गोदान
फणीश्वरनाथ रेणु-मैला आंचल
श्री लाल शुक्ल-राग दरबारी
कहानी
प्रेमचन्द्र-कफन, ईदगाह, बूढ़ी काकी एवं नमक का दारोगा
जैनेन्द्र कुमार-पाजेब
जयशंकर प्रसाद-गुंडा
यशपाल-अभिशप्त
भीष्म साहनी-चीफ की दावत
उषा प्रियवंदा-वापसी
ज्ञान रंजन-पिता
ओम प्रकाश बाल्मीकि-यह अन्त नहीं
चन्द्रधर शर्मा गुलेरी-उसने कहा था
घ- निबंधः समसामयिक, सामाजिक, राजनीतिक, प्राकृतिक विषय पर निबंध लेखन
JPSC Mains Paper-II
Santali language-literature
संथाली भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग-(क)
(i) संथाली भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) संथाली भाषा की विशेषताएं।
(iii) संथाली भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग एवं प्रत्यय, कारक, जीव अव्यय।
(iv)शब्द गठन, वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) लिपि का उद्भव, विशेषताएं, विकास।
(vi)संथाली भाषा के सहोदर भाषाएं एवं संबंध।
भाग - (ख) संथाली लोक साहित्य
(i) संथाली लोक साहित्य का सामान्य परिचय।
(ii) लोक साहित्य का भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण, जीवन दर्शन, छंद विधान, शिल्प विम्बविधान एवं महत्व।
(iii) संथाली लोकगीतः डाहार, बाहा, काराम, दोंसाय, सोहराय, लोंगडे, डाप्ठा, रिजा, गोलवारी, बाप्ला।
(iv) लोक कथाः सृष्टि कथाएं, देव कथाएं, गोत्र कथाएं, भाई बहन की कथाएं एवं जीव-जगत कथाएं।
(v) लोक गाथा।
(vi) प्रकीर्ण साहित्यः (क) लोकोक्ति, (ख) मुहावरा, (ग) पहेली, (घ) बालगीत, (ड़) मंत्र आदि।
भाग - (ग) संथाली शिष्ट साहित्य
(i) संथाली साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल-1854 ई- के पूर्व का साहित्य।
2. मध्यकाल-1854 ई- से 1946 ई- तक का साहित्य।
3. आधुनिक काल-1947 ई- से अब तक का साहित्य।
(ii) संथाली पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास।
(क)गीत, (ख) कविता।
(iii)संथाली गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास।
(क) कहानी, (ख) उपन्यास, (ग) नाटक, (घ) आत्मकथा, (ड़) जीवनी, (च) यात्र वृतान्त, (छ) निबंध, (ज) विविध संथाली साहित्य।
(iv)पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या।
खण्ड-II
भाग - (घ) संथाली साहित्यकार एवं साहित्य
(i) संथाली साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) संथाली साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार तथा उनकी कृतियों का परिचय।
1. मांझी रामदास टुडू ‘रेसका।’
2. साधु रामचांद मुर्मू
3. पं- रघुनाथ मुर्मू
4. गोरा चांद टुडू।
5. नारायण सोरेन ‘तोड़ेसुताम’।
6. नाथनियल मुर्मू
7. डमन हांसदा।
8. ठाकुर प्रसाद मुर्मू।
9. दिगम्बर हांसदा।
10. यशोदा हांसदा मुर्मू।
11. कृष्ण चन्द्र टुडू।
भाग - (ड़) संथाली निबंध
विभिन्न विषयों पर संथाली भाषा (देवनागरी लिपि) में निबंध लेखन-
(i) समसामयिक विषय।
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)आर्थिक विषय
(v) भौगोलिक विषय
भाग - (च) संथाली संक्षेपण
किसी एक गद्यांश का संक्षेपण।
भाग - (छ) संथाली भाषा अनुवाद
किसी एक हिन्दी गद्यांश को संथाली में अनुवाद।
भाग - (ज) संथाली अनुच्छेद
किसी एक अनुच्छेद या अवतरण पद पर संथाली भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
पंचपरगनिया भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) पंचपरगनिया भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) पंचपरगनिया भाषा की विशेषताएं।
(iii) पंचपरगनिया भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग, काल, क्रिया, समास, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक, अव्यय।
(iv)पंचपरगनिया शब्द गठन, वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) देवनागरी लिपि का उद्भव, विशेषताएं तथा विकास।
(vi)पंचपरगनिया भाषा के सहोदर भाषाएं एवं संबंध।
भाग - (ख) पंचपरगनिया लोक साहित्य
(i) पंचपरगनिया लोक साहित्य का सामान्य परिचय - भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण आदि।
(ii) पंचपरगनिया लोकगीत - जीवन दर्शन, रस छंद, अलंकार, शिल्प, विम्ब विधान, (बिहा गीत, सहरई गीत, करम गीत, पूस गीत) आदि।
(iii) पंचपरगनिया लोक कथाओं का उद्भव और विकास - सृष्टि कथाएं, देव-देवि कथाएं, गोत्र कथाएं, भाई बहन की कथाएं, पेड़-पौधे एवं जीव जन्तु आदि की कथाएं।
(iv)पंचपरगनिया लोक-गाथा
(v) पंचपरगनिया प्रकीर्ण साहित्य।
भाग - (ग) पंचपरगनिया शिष्ट साहित्य
(i) पंचपरगनिया साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल, 2. मध्यकाल, 3. आधुनिक काल, 4. अत्याधुनिक काल
(ii) पंचपरगनिया पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास
1- गीत, 2- कविता, 3- खण्ड काव्य, 4- महाकाव्य।
(iii)पंचपरगनिया गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. आत्मकथा, 5. जीवनी, 6. यात्र वृतान्त, 7. निबंध, 8. संस्मरण, 9. रेखा चित्र, 10. आलोचना।
(iv)पंचपरगनिया पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या
1. पद्य अंश - 10 अंक।
2. गद्य अंश - 10 अंक।
खण्ड-II
भाग - (घ) पंचपरगनिया साहित्यकार एवं साहित्य
(i) पंचपरगनिया साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) पंचपरगनिया साहित्य के प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार के कृतियों का परिचय
बरजुराम, भवप्रीतानन्द ओझा, रामकृष्ण गांगुली, विनन्द सिंह, ज्योतिलाल महादानी, परमानन्द महतो, राज किशोर सिंह, सृष्टिधर महतो, दीनबन्धु महतो, संतोष साहु ‘प्रीतम’।
भाग - (ड़) पंचपरगनिया निबंध
निम्नलिखित विषयों में से देवनागरी लिपि में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)पारंपरिक कलाएं
(v) आर्थिक विषय
(vi)भौगोलिक विषय
भाग - (च) पंचपरगनिया संक्षेपण
इस खण्ड में गद्यांश का शीर्षक एवं संक्षेपण करना होगा।
भाग - (छ) पंचपरगनिया भाषा अनुवाद
इस खण्ड में गद्यांश का पंचपरगनिया में अनुवाद करना होगा।
भाग - (ज) अवतरण/अनुच्छेद
इस खण्ड में दिये गये अनुच्छेद/अवतरण को पढ़ कर पंचपरगनिया भाषा में तीन प्रश्नों के उत्तर देने होंगे।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
नागपुरी भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) नागपुरी भाषा का उद्भव और विकास
(ii) नागपुरी भाषा की विशेषताएं।
(iii) नागपुरी भाषा का व्याकरण-वर्ण, संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग, काल, क्रिया विशेषण, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक, अव्यय।
(iv)वाक्य संरचना एवं भेद।
(v) देवनागरी लिपि का उद्भव और विकास तथा विशेषताएं।
भाग - (ख) नागपुरी लोक साहित्य
(i) नागपुरी लोक साहित्य का सामान्य परिचय।
(ii) नागपुरी लोक साहित्य के भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण, जीवन दर्शन, राग-छंद, शिल्प-शैली, बिम्ब एवं प्रतीक विधान।
(iii) नागपुरी लोकगीत - झुमइर, मरदानी झुमइर, जनी झुमइर, बंगला झुमइर, पावस, उदासी, फगुआ, पंचरंगी पुछारी, झुमटा, लहसुआ आदि।
(iv) नागपुरी लोक कथाओं का उद्भव और विकास - सृष्टि कथाएं, पशु-पक्षी की कथाएं, भाई-बहन की कथाएं, प्रेम कथाएं, मिथ, लिजेंड एवं अन्य कथाएं।
(v) नागपुरी का प्रकीर्ण साहित्य- 1- लोकोक्ति, 2- मुहावरा, 3- बुझौवल (पहेली), 4- बालगीत, 5- खेल गीत एवं मंत्र।
भाग - (ग) नागपुरी शिष्ट साहित्य
(i) नागपुरी साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल, 2. मध्यकाल, 3. आधुनिक काल
(ii) नागपुरी पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास।
1. गीत, 2. कविता, 3. खण्ड काव्य, 4. महाकाव्य।
(iii)नागपुरी गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. आत्मकथा, 5. जीवनी, 6. यात्र वृतान्त, 7. निबंध, 8. समीक्षा (आलोचना), 9. हास्य-काव्य एवं विविध गद्य साहित्य।
(iv) पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या - (वन केंवरा - भाग-2 शंकुतला मिश्र एवं डॉ- उमेश नन्द तिवारी द्वारा संपादिक पुस्तक से।)
खण्ड - II
भाग - (घ) नागपुरी साहित्यकार एवं साहित्य
(i) नागपुरी साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार, समीक्षक तथा उनकी कृतियों का परिचय- हनुमान सिंह, सोबरन साय, महंत घासी, घासी राम, कंचन, धनी राम बक्शी, पीटर शांति नवरंगी, योगेन्द्र नाथ तिवारी, प्रफुल्ल कुमार राय, शारदा प्रसाद शर्मा, साहनी उपेन्द्र पाल नहन, विसेश्वर प्रसाद केशरी, नईमउद्दीन मिरदाहा, लाल रण विजय नाथ शाहदेव, मधु मंसुरी हंसमुख, मुकुन्द नायक, प्रमोद कुमार राय, सी-डी- सिंह, कृष्ण प्रसाद साहू, कलाधर, गिरिधारी राम गौंझू।
(i) नागपुरी साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव
भाग - (ड़) नागपुरी निबंध
निम्नलिखित विषयों में से देवनागरी लिपि में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)पारंपरिक कलाएं
(v) अखरा कला - गीत, वाद्य एवं नृत्य
(vi)झारखण्ड से संबंधित इतिहास एवं भूगोल।
भाग - (च) नागपुरी में संक्षेपण
दिये गए गद्यांश का शीर्षक एवं संक्षेपण करना होगा।
भाग - (छ) नागपुरी भाषा में अनुवाद
दिये गए गद्यांश का नागपुरी में अनुवाद करना होगा।
भाग - (ज) नागपुरी अनुच्छेद से प्रश्न
दिये गये अनुच्छेद को पढ़कर नागपुरी भाषा में दिए गए पांच प्रश्नों से तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
मुण्डारी भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) मुण्डारी भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) मुण्डारी भाषा की विशेषताएं।
(iii) मुण्डारी भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक, अव्यय।
(iv)शब्द गठन, वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) देवनागरी लिपि एवं मुण्डारी लिपि का उद्भव, विशेषताएं तथा विकास।
भाग - (ख) मुण्डारी लोक साहित्य
(i) मुण्डारी लोक साहित्य का सामान्य परिचय, भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण।
(ii) मुण्डारी लोकगीत- जीवन दर्शन, रस, अलंकार, लोकगीत - जदुर, करम, विवाह गीत।
(iii) मुण्डारी लोक कथाओं का उद्भव और विकास - सृष्टि कथाएं, देव-देवी कथाएं, गोत्र कथाएं, भाई-बहन की कथाएं, पेड़-पौधे की कथाएं एवं जीव-जन्तु कथाएं आदि।
(iv) मुण्डारी प्रकीर्ण साहित्य 1. लोकोक्ति, 2. मुहावरा, 3. पहेली, 4. बालगीत, 5. खेल गीत।
भाग - (ग) मुण्डारी शिष्ट साहित्य
(i) मुण्डारी साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल, 2. मध्यकाल, 3. आधुनिक काल
(ii) मुण्डारी पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास
1. गीत, 2. कविता
(iii)मुण्डारी गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. आत्मकथा, 5. जीवनी, 6. यात्र वृतान्त, 7. निबंध, 8. विविध मुण्डारी साहित्य।
(iv)पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या।
खण्ड - II
भाग - (घ) मुण्डारी साहित्यकार एवं साहित्य
(i) मुण्डारी साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) मुण्डारी साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार, समीक्षक तथा उनकी कृतियों का परिचय।
1. डॉ. रामदयाल मुण्डा।
2. प्रो. दुलय चन्द्र मुण्डा।
3. काण्डे मुण्डा।
4. बुदू बाबु - प्रीतपाला, रामायण पाला।
भाग - (ड़) मुण्डारी निबंध
निम्नलिखित विषयों पर मुण्डारी (देवनागरी लिपि) में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)आर्थिक विषय
(v) भौगोलिक विषय
भाग - (च) मुण्डारी भाषा संक्षेपण
किसी एक गद्यांश का संक्षेपण।
भाग - (छ) मुण्डारी भाषा अनुवाद
किसी एक हिन्दी गद्यांश का मुण्डारी में अनुवाद।
भाग - (ज) मुण्डारी अनुच्छेद से प्रश्न
किसी एक अनुच्छेद या अवतरण पढ़कर मुण्डारी भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
कुंडुख भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) कुंडुख भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) कुंडुख भाषा की विशेषताएं
(iii) कुंडुख भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग एवं प्रत्यय, कारक, जीव, अव्यय
(iv)शब्द गठन, वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) देवनागरी लिपि एवं तोलोंगसिकी लिपि का उद्भव, विकास, विशेषताएं।
(vi)कुंडुख भाषा की सहोदर भाषाएं एवं संबंध।
भाग - (ख) कुंडुख लोक साहित्य
(i) कुंडुख लोक साहित्य का सामान्य परिचय।
(ii) लोक साहित्य का भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण आदि जीवन दर्शन, छंद
(iii) कुंडुख लोकगीत - खद्दी, राजी करम, घुडिया करम, जेठ जतरा, कार्तिक जतरा, जदुरा, असारी, सवनिया, माठा, बरोया, बैंजा आदि तथा आधुनिक कविताएं।
(iv) लोक कथा - सृष्टि कथाएं - डण्डा कट्टना की कथा, गोत्र कथाएं, भाई-बहन की कथाएं एवं जीव-जगत की कथाएं।
(v) प्रकीर्ण साहित्य – 1. लोकोक्ति, 2. मुहावरा, 3. पहेली, 4. बालगीत, 5. मंत्र आदि।
भाग - (ग) कुंडुख शिष्ट साहित्य
(i) कुंडुख साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल - 1868-1900
2. मध्यकाल - 1901-1951
3. आधुनिक काल - 1952 - अबतक
(ii) कुंडुख पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
1. गीत
2. कविता
(iii)कुंडुख गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
कहानी, नाटक, उपन्यास, आत्मकथा, जीवनी, यात्र वृतान्त, निबंध एवं विविध कुंडुख साहित्य।
(iv)गद्य एवं पद्य से सप्रसंग व्याख्या।
खण्ड-II
भाग - (घ) कुंडुख साहित्यकार एवं साहित्य
(i) कुंडुख साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्य का प्रभाव।
(ii) कुंडुख साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार तथा उनकी कृतियों का परिचय-
1. दवले कुजूर
2. इग्नेस कुजूर
3. अहलाद तिर्की
4. बिहारी लकड़ा
5. पी-सी- बेक
6. डॉ. निर्मल मिंज
7. अलबिनुस मिंज
8. शांति प्रकाश प्रबल बाखला
9. इंद्रजीत उरांव
10 भिखराम भगत
भाग - (ड़) कुंडुख निबंध
विभिन्न विषयों पर कुंडुख भाषा (देवनागरी लिपि) में निबंध लेखन
1. सम-सामयिक विषय
2. सांस्कृतिक विषय
3. सामाजिक विषय
4. आर्थिक विषय
5. भौगोलिक विषय
6. राजनैतिक विषय
भाग - (च) कुंडुख संक्षेपण
1. किसी एक गद्यांश का संक्षेपण
भाग - (छ) कुंडुख भाषा अनुवाद
किसी एक हिन्दी गद्यांश को कुंडुख में अनुवाद
भाग - (ज) कुंडुख अनुच्छेद
किसी एक अनुच्छेद या अवतरण पढ़कर कुंडुख भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
कुरमाली भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) कुरमाली भाषा का उद्भव और विकास
(ii) कुरमाली भाषा की प्रकृति एवं विशेषताएं।
(iii)कुरमाली भाषा की स्थानीय विभिन्नताएं।
(iv)देवनागरी लिपि का उद्भव, विशेषताएं तथा विकास।
(v) कुरमाली भाषा का व्याकरण एवं वाक्य संरचना।
भाग - (ख) कुरमाली लोक साहित्य
(i) कुरमाली लोकसाहित्य: कुरमाली के लोकगीत, मुहावरे, लोकोक्तियां, पहेलियां।
(ii) कुरमाली लोककथा: वर्गीकरण एवं महत्व।
(iii)कुरमाली लोकनाट्य
भाग - (ग) कुरमाली शिष्ट साहित्य
(i) कुरमाली साहित्य का काल-विभाजन विशेषताएं एवं प्रवृत्तियां
1. आदिकाल, 2. मध्यकाल, 3. आधुनिक काल
(ii) कुरमाली पद्य साहित्य का विकास: कालक्रमानुसार काव्य की विशेषताएं, आधुनिक गीत, आधुनिक काव्य/कविता की प्रवृत्तियां।
(iii)कुरमाली गद्य साहित्य का विकास
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. निबंध, 5. संस्मरण एवं 6. आलोचना।
(iv)सप्रसंग व्याख्या
1. पद्य भाग
2. गद्य भाग
खण्ड - II
भाग - (घ) कुरमाली साहित्य एवं साहित्यकार
(i) कुरमाली साहित्य के प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार की कृतियों का परिचय: डॉ- नन्द किशोर सिंह, बसंत कुमार मेहता, लखीकान्त मुतरुदार, केशव चन्द्र महतो, कालिपदो महतो, खुदि राम महतो, सुरेन्द्र नाथ महतो, अनन्त महतो, डॉ- मानसिंह महतो, डॉ- हरदेव नारायण सिंह।
(ii) कुरमाली साहित्य के विकास पर अन्य साहित्यों का प्रभाव।
भाग - (ड़) कुरमाली निबंध लेखण
निम्नलिखित विषयों पर कुरमाली भाषा (देवनागरी लिपि) में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)आर्थिक
भाग - (च) कुरमाली भाषा संक्षेपण
संक्षेपण।
भाग - (छ) कुरमाली भाषा अनुवाद
अनुवाद: हिन्दी से कुरमाली में या कुरमाली से हिन्दी में।
भाग - (ज) कुरमाली अनुच्छेद से प्रश्न
अलक्षित अवतरण से प्रश्न।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
खोरठा भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क) खोरठा भाषा
(i) खोरठा भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) खोरठा भाषा की विशेषताएं।
(iii) खोरठा भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरुष, लिंग-निर्णय, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक।
(iv)शब्द गठन एवं वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप, मानकीकरण।
(v) लिपि समस्या, विशेषताएं तथा विकास।
(vi)खोरठा भाषा का झारखण्ड की अन्य भाषाओं से संबंध एवं विभिन्नता।
भाग - (ख) खोरठा लोक साहित्य
(i) खोरठा लोक साहित्य का सामान्य परिचय, विशेषताएं एवं महत्व।
(ii) खोरठा लोकगीत की परिभाषा, विशेषताएं एवं महत्व, खोरठा लोकगीतों का वर्गीकरण, लोकगीतों में विविध-चित्रण।
(iii)खोरठा लोक कथाओं का उद्भव और विकास, वर्गीकरण एवं महत्व।
(iv)लोकगाथा।
(v) खोरठा प्रकीर्ण साहित्य- (क) लोकोक्ति, (ख) मुहावरा, (ग) पहेली, (घ) मंत्र।
भाग - (ग) खोरठा शिष्ट साहित्य
(i) खोरठा साहित्य का काल विभाजन-
1. आदिकाल, 2. मध्यकाल, 3. आधुनिक काल
(ii) खोरठा पद्य साहित्य का उद्भव एवं विकास।
1. गीत, 2. कविता।
(iii)खोरठा गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. आत्मकथा, 5. जीवनी, 6. यात्र वृतान्त, 7. निबंध, 8. शब्द चित्र, 9. संस्मरण।
खण्ड-II
भाग - (घ) खोरठा साहित्यकार एवं साहित्य
(i) खोरठा साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) खोरठा भाषा साहित्य के प्रमुख कवि, लेखकों, कालाकारों की कृतियों का परिचय - श्री निवास पानुरी, भुवनेश्वर दत्त शर्मा व्याकुल, ए-के- झा, श्याम सुन्दर महतो, विश्वनाथ दसौधी राज, विश्वनाथ नागर, शिवनाथ प्रमाणिक, कुमारी शशि, डॉ- विनोद कुमार, डॉ- वी-एन- ओहदार।
भाग - (ड़) खोरठा निबंध
निम्नलिखित विषयों में से देवनागरी लिपि में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय पर निबंध
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)आर्थिक विषय
(v) भौगोलिक विषय
भाग - (च) खोरठा संक्षेपण
दिये गए गद्यांश का शीर्षक एवं संक्षेपण करना होगा।
भाग - (छ) खोरठा गद्यांश
इस भाग में परीक्षार्थियों को दिए गए हिन्दी गद्यांश को खोरठा भाषा (देवनागरी लिपि) में अनुवाद।
भाग - (ज) खोरठा अनुच्छेद से प्रश्न
इस भाग में परीक्षार्थियों को दिए गए अनुच्छेद/अवतरण पढ़कर खोरठा भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना है।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
खडि़या भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क) खडि़या भाषा
(i) खडि़या भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) खडि़या भाषा की विशेषताएं।
(iii) खडि़या भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरूष, लिंग, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक, अव्यय।
(iv)शब्द गठन, वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) देवनागरी लिपि एवं खडि़या लिपि का उद्भव, विशेषताएं एवं विकास।
(vi)खडि़या भाषा के सहोदर भाषाएं एवं संबंध।
भाग - (ख) खडि़या लोक साहित्य
(i) खडि़या लोक साहित्य का सामान्य परिचय, भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण।
(ii) खडि़या लोकगीत - जीवन दर्शन, रस, अलंकार।
लोकगीत-जड़कोर, बन्दोई, करम परब, जनम परब।
(iii) खडि़या लोक कथाओं का उद्भव और विकास- सृष्टि कथाएं, पशु-पक्षी की कथाएं, मूर्ख-कथाएं, गोत्र-कथाएं, भाई-बहन की कथाएं।
(iv)लोकगाथा।
(v) खडि़या प्रकीर्ण साहित्य – 1. लोकोक्ति, 2. मुहावरे, 3. पहेली, 4. बालगीत, 5. खेल गीत, 6. मंत्र।
भाग - (ग) खडि़या शिष्ट साहित्य
(i) खडि़या साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल - आरंभ से 1934 ई- तक
2. मध्यकाल - 1935 से 1979 तक
3. आधुनिक काल - 1979 से आज तक।
(ii) खडि़या पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास।
1. कविता, 2. गीत।
(iii)खडि़या गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
1- कहानी, 2- उपन्यास, 3- नाटक, 4- आत्मकथा, 5- जीवनी, 6- यात्र वृतान्त, 7- निबंध, 8- विविध खडि़या साहित्य।
(iv)पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या।
खण्ड - II
भाग - (घ) खडि़या साहित्यकार एवं साहित्य
(i) खडि़या साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) खडि़या साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार तथा उनकी कृतियों का परिचय।
1. खीस्त प्यारा केरकेट्टा
2. जुलियुस बा
3. डॉ. रोज केरकेट्टा
4. डॉ. आर-पी- साहू
5. फा. पौलुस कुल्लू
6. सैमुएल बागे
7. डॉ. इग्नासिया टोप्पो
8. फा. जोवाकिम डुंगडुंग
9. नुअस केरकेट्टा
10. मेरी एस- सोरेंग
भाग - (ड़) खडि़या निबंध
विभिन्न विषयों पर खडि़या भाषा देवनागरी लिपि में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक विषय
(ii) सांस्कृतिक विषय
(iii)सामाजिक विषय
(iv)आर्थिक विषय
(v) भौगोलिक विषय
भाग - (च) खडि़या संक्षेपण
किसी एक गद्यांश का संक्षेपण।
भाग - (छ) खडि़या भाषा अनुवाद
किसी एक हिन्दी गद्यांश का खडि़या भाषा में अनुवाद।
भाग - (ज) खडि़या अनुच्छेद से प्रश्न
किसी एक अनुच्छेद या अवतरण पढ़कर खडि़या भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
झारखण्ड लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा, पत्र-II
हो भाषा-साहित्य
Full Marks: 150Time: 3 Hours
खण्ड-I
भाग - (क)
(i) हो भाषा का उद्भव और विकास।
(ii) हो भाषा की विशेषताएं।
(iii) हो भाषा का व्याकरण- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, पुरूष, लिंग, काल, क्रिया, विशेषण, उपसर्ग, प्रत्यय, कारक अनेक शब्दों के बदले एक शब्द, पर्यायवाची शब्द।
(iv)शब्द गठन एवं वाक्य संरचना एवं क्षेत्रीय रूप।
(v) देवनागरी लिपि एवं वारड, चिति लिपि का उद्भव, विकास एवं विशेषताएं।
(vi)हो भाषा के सहोदर भाषाएं एवं संबंध।
भाग - (ख) हो लोक साहित्य
(i) हो लोक साहित्य का सामान्य परिचय, भेद-उपभेद, ऐतिहासिक तथ्य, प्रकृति चित्रण।
(ii) हो लोकगीत - जीवन दर्शन, रस, अलंकार। लोकगीत: बा, मागे, हेरो, जोमनमा अणादि।
(iii) लोक कथाओं का उद्भव और विकास- सृष्टि कथाएं, पशु-पक्षी की कथाएं, मूर्ख-कथाएं, गोत्र-कथाएं, भाई-बहन की कथाएं।
(iv)लोकगाथा।
(v) हो प्रकीर्ण साहित्य – 2. लोकोक्ति, 2. मुहावरा, 3. पहेली, 4. बालगीत, 5. मंत्र।
भाग - (ग) हो शिष्ट साहित्य
(i) हो साहित्य का काल विभाजन
1. आदिकाल
2. मध्यकाल
3. आधुनिक काल
(ii) हो पद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
1. कविता
2. गीत
(iii)हो गद्य साहित्य का इतिहास एवं विकास-
1. कहानी, 2. उपन्यास, 3. नाटक, 4. आत्मकथा, 5. जीवनी, 6. यात्र वृतान्त, 7. निबंध, 8. विविध हो साहित्य।
(iv)पद्य एवं गद्य से सप्रसंग व्याख्या।
खण्ड - II
भाग - (घ) हो साहित्यकार एवं साहित्य
(i) हो साहित्य के विकास पर अन्य भारतीय साहित्यों का प्रभाव।
(ii) हो साहित्य के कुछ प्रमुख कवि, लेखक, नाटककार, समीक्षक तथा उनकी कृतियों का परिचय।
1. लको बोदरा।
2. बलराम पाट पिगुआ
3. कमल लोचन कोडाह
4. डॉ- आदित्य प्रसाद सिन्हा
5. धनुर सिंह पुरती
6. दुर्गा पुरती
7. विश्वनाथ बोदरा
8. कान्हूराम देवगम
9. सतीश कुमार कोडाह
10. शंकर लाल गागराई
11. कृष्ण कुंकल
12. हरिहर सिंह सिरका।
भाग - (ड़) हो निबंध
निम्नलिखित विषयों में से देवनागरी लिपि में निबंध लेखन
(i) सम-सामयिक
(ii) सांस्कृतिक
(iii)सामाजिक
(iv)आर्थिक
(v) साहित्यिक
(vi)धार्मिक
(vii)शहीद से संबंधित
(viii)ऐतिहासिक
भाग - (च) हो संक्षेपण
किसी एक गद्यांश का संक्षेपण।
भाग - (छ) हो भाषा अनुवाद
किसी एक हिन्दी गद्यांश को हो में अनुवाद।
भाग - (ज) हो अनुच्छेद से प्रश्न
किसी एक अनुच्छेद या अवतरण पढ़कर हो भाषा में तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
Paper-III
social Sciences (History and Geography)
Full Marks: 200Time: 3 Hours
The question paper of social sciences shall have two distinct sections: one of history and the other one of Geography; each of 100 marks. The candidates will be required to answer one compulsory and two optional questions from each section i.e. six question in all. The compulsory question of each section, covering the entire syllabus of the concerned section, shall have ten objective type questions each of two marks (10 × 2 = 20 marks). In addition, there shall be four optional questions in each section of History and Geography. Since there are four distinct sub-sections, both in History and Geography, one question will be drawn from each sub-section as to make a total of four optional questions in each of the two distinct sections of History and Geography, of which candidates will be required to answer only two questions; each of 40 marks. The optional questions shall be answered in the traditional, descriptive style, requiring long answers.
Section (A) – History : 100 Marks
(A)Ancient Period
(i)The Indus Valley Civilization origin, antiquity, extent, authorship and main features.
(ii)Origin of the Aryans
(iii)Antiquity and stratification of the Vedic literature, Society, economy and religion during early (Rig-Vedic) period.
(iv)The Lichchhavis and their republican constitution
(v)The Rise of the Magadha empire.
(vi)The Mauryas : Extent of empire, Kalinga war and its impact; Asoka's Dhamma, Foreign policy, development of Art and Architecture during the Mauryan period
(vii) The Kushanas : Kanishka: Extent of empire his religious policy. Development of Art, Architecture and letters during the Kushana period.
(viii)The Guptas: Extent of empire development of language and literature art and architecture during the Gupta period.
(ix)Harshvardhan: The last great Hindu ruler of Northern India cultural achievements during his period.
(x)The Cholas: Maritime activities in south-east Asian countries Chola administration, art and architecture.
(xi)Cultural achievements of the Pallavas.
(B)Medieval Period:
(xii) The Arab Invasion of India.
(xiii)The Ghaznavid invasion of India
(xiv)The Delhi Sultanate : Market and Military reforms of Allauddin Khilji utoplan policies of Muhammad -bin-Tuglaq
(xv) The Mongol invasion of India.
(xvi) Religious movements: (a) Sufism, (b) Bhakti Movement
(xvii) Dawn of a New Islamic culture: Indo-Islamicarchitecture development of Urdu and Hindi languages.
(xviii) The Mughals: First Battle of Panipat: Achievements of Sher Shah Suri, Consolidation of Mughal empire. Establishment of Jagirdari and Mansabdari systems under Akbar. Akbar’s religious and Rajput policies, Aurangzeb’s religious and Rajput policies, Mughal architecture and painting, economic condition during Mughal period.
(xix) The rise of the Marathas: Achievements of Shivaji, Northward expansion of the Marathas and their downfall.
(C)Modern Period:
(xx)Beginning of European settlements: Formation and growth of East India Company consolidation of British power in India. battles of Plassey and Buxar. Control over Mysore Subsidiary Alliance, doctrine of Lapse, Doctrine of Escheat.
(xxi)Resistance to colonial rule: Peasant, Tribal and cultural Renaissance, revolt of 1857.
(xxii)Social reforms movements in Hindu community: Brahma Samaj, Arya Samaj, RamKrishna Mission, Prarthana Samaj and Theosophical society of India.
(xxiii)Social Reforms Movements in Muslim Community : Wahabi Movement and Alligarh Movement.
(xxiv)Struggle for Raising Women’s status: Abolition of Sati system, Widow Marriage Act, Consent Bill, Stress on Female Education.
(xxv)Land Revenue Administration under the British rule Permanent Settlement Ryotwari and Mahalwari Systems.
(xxvi)Rise of Nationalism in India in the 19th century: Formation of Indian National Congress: Moderates and Extremists Swadeshi Movement, Home Rule League Movement, Khillafat Movement.
(xxvii) Mahatma Gandhi and Mass Politics: Non Co-operation Movement, Civil Disobedience Movement, Quit India Movement.
(xxviii) The partition of India and its consequences.
(xxix)India after Independence: Integration of princely states in Indian Union, Linguistic Reorganization of States; Non-aligned policy under Nehru and Indra Gandhi, Libration of Bangladesh.
(D)History of Jharkhand:
(xxx)Adi-dharma i.e. Sarana cult of Jharkhand tribals;
(xxxi)Concept of Sadan and emergence of Nagpuria language;
(xxxii)Tribal Revolts in Jharkhand and Nationalist struggle;
(xxxiii) Birsa Movement;
(xxxiv) Tana Bhagat Movement and
(xxxv)Freedom Movement in Jharkhand
Section (B) - Geography : 100 Marks
(A)Physical Geography (General Principles)
(i)Origin and evolution of earth, interior of earth, Wegner's Continental Drift Theory; plate tectonics, volcanoes, Earthquakes and Tsunamis.
(ii)Major types of rocks and their characteristics, evolution and characteristics of landforms in the Fluvial, Glacial Arid and Karst regions.
(iii)Geomorphic processes: Weathering mass, wasting erosion and deposition, soil formation, Landscape cycles, ideas of Davis and Penck.
(iv)Composition Structure and Stratification of the atmosphere.
(v)Insolation, heat budget of the earth.
(vi)Horizontal and vertical distribution of temperature, inversion of temperature.
(vii)Air masses and fronts, Tropical and temperate cyclones.
(viii)Evaporation and condensation dew, frost, fog, mist and cloud, rainfall types.
(ix)Classification of climates (Koppen and Thornthwalte) Greenhouse effect, global warming and climate change.
(x)Hydrological cycle, distribution of temperature and solicits in the oceans and seas, waves, tides and currents, ocean floor relief features.
(B)Physical and Human Geography of India:
(xi)Structure, relief and physiographic divisions, Drainage Systems: Himalayan and the Peninsular.
(xii)Indian monsoon, mechanism onset and retreat, climatic types (Koppen and Trewartha) Green Revolution and its impact on major crops of India, Food scarcity.
(xiii)Natural Vegetation-Forest types and distribution, wild life, conservation, biosphere reserves.
(xiv)Major types of soils, (ICAR Classification) and their distribution, soil degradation and conservation.
(xv)Natural Hazards: Floods, Droughts, cyclones, Landslides.
(xvi)Population growth, distribution and density.
(xvii)Age: Sex ratio, rural-urban composition
(xviii)Population, environment and development.
(xix)Types of settlements: rural and urban, urban morphology, functional classification of urban settlements, problems of human settlement in India.
(C)Natural Resources of India: Development and Utilization
(xx)Land Resources : General land use, agricultural land use, geographical condition and distribution of major crops like Rice, Wheat, Cotton, Jute, Sugarcane, Rubber, Tea and Coffee.
(xxi)Water Resources: Availability and utilization for Industrial and other purposes, irrigation, scarcity of water, methods of conservation-rain water harvesting and watershed management, ground water management.
(xxii)Minerals and Energy Resources: Distribution and utility of (a) metallic minerals (Ion ore, copper, bauxite, Maganese), (b) non-metallic and conventional minerals (coal,
petroleum and natural gas). (c) hydro electricity and non conventional sources of
energy (solar, Wind, bio-gas). (d) energy sources, their distribution and conservation.
(xxiii)Development of Industries: Types of Industries, factors of industrial location, distribution and changing pattern of selected industries (Iron and steel, cotton textile, sugar and petrochemicals): Weber's theory of industrial location its relevance in the modern world.
(xxiv)Transport, Communication and International Trade :
(a) Roads, railways and water ways.
(b) Bases of International trade, changing pattern of India's foreign trade.
(D)Geography of Jharkhand and Utilization of its Resources
(xxv)Geological history: Landforms, drainage, climate, soil types and forests agriculture and irrigation, Damodar & Suberna rekha valley projects; mineral resources of Jharkhand, their extraction and utilization.
(xxvi)Population: Growth, distribution, density, Tribal population and their distribution, problems of tribes and Tribal development, plans; their customs, rituals festivals etc.
(xxvii)Industrial and urban development, Major Industries: Iron, Steel and Cement, Cottage Industries.
(xxviii) Pattern of urban settlement and Pollution Problems.
Paper-IV
indian constitution & polity, public administration
& good governance
Full Marks: 200Time: 3 Hours
The question-paper of the Indian Constitution Polity and Public Administration shall consist of two distinct sections i.e. one on Indian Constitution and Polity and the other one on Public Administration and Good Governance, each of 100 marks. The candidates will be required to answer one compulsory and two optional questions from each section. The compulsory question of each section, covering the entire syllabus of the concerned section, shall have ten objective type of questions, each of two marks (10×2 = 20). In addition, there shall be four optional questions in each section of which candidates will be required to answer only two questions, each of 10 marks. The optional questions shall be answered in the traditional descriptive form; requiring long answers.
Section (A) - Indian Constitution and Polity
(i)Preamble of the Indian Constitution (secular, Democratic and Socialist)-Philosophy behind it.
(ii)Salient features of the Indian Constitution, concept of public interest, litigation; Basic structure of the Indian Constitution.
(iii)Fundamental Rights and Duties.
(iv)Directive Principles of the State Policy.
(v)Union Government:
(a)Union Executive: Powers and functions of President, vice President, Prime Minister and the Council of Ministers, Functioning under a coalition Government.
(b)Union legislature: Lok Sabha and Rajya Sabha : Organization and Functions; Law making process; Parliamentary Committees ; Parliament's control over Executive; Privileges and Immunities of parliament and its Members.
(c)Union Judiciary: The Supreme Court : Its role and powers principles of Natural Justice & Rule of Law, Judicial Review and Judicial Activism;
(vi)State Government:
(a)State Executive: Powers and functions of Governor, Chief Minister and the Council of Ministers.
(b)State Legislature: Organization, Powers and functions, with special reference to Jharkhand.
(c)State Judiciary: High Court: Organization, powers and functions, subordinate Judiciary.
(d)The Panchayats and the Municipalities: Constitution, powers, functions and responsibilities with special reference to 73rd and 74th constitutional amendments.
(vii)Centre-State Relationship: Administrative, Legislative and Financial.
(viii)Provisions relating to Administration of scheduled Areas and scheduled Tribal Areas.
(ix)Special provisions relating to reservation of seats for S.C. and S.T. in Legislature Services etc.
(x)Emergency provisions of the constitution.
(xi)Comptroller and Auditor-General of India (CAG)
(xii)Election Commission of India.
(xiii) Political Parties and Pressure Groups.
Section (B) - Public Administration and Good Governance
(xiv) Public Administration : Introduction, meaning, scope and significance.
(xv) Public and Private Administration.
(xvi) Union Administration: Central Secretariat, Cabinet Secretariat, Prime Minister's Office, Planning Commission, Finance Commission.
(xvii) State Administration: State Secretariat, Chief Secretary, Chief Minister's Office.
(xviii) District Administration : Origin and development of the office of the district Magistrate and Collector; changing Role of the District Collector, Impact of the separation of Judiciary on District Administration.
(xix) Personal Administration: Recruitment of Civil Services: Union Public Service Commission and the State Public Service Commission, Training of Civil Servants; Leadership and its qualities; Employee's morale and productivity.
(xx) Delegation, Centralization and de-centralization of authority.
(xxi) Bureaucracy: Origin; Its merits and demerits, Role of Bureaucracy in Policy formulation and its Implementation. Nexus between Bureaucracy and political Executive; Generalist versus specialist.
(xxii) Development Administration.
(xxiii) Disaster Management: Causes Meaning and Classification of Disaster, Disaster Mitigation: Immediate and Long-term measures.
(xxiv) Good Governance: Meaning and concept of Good and Responsive Governance; Main features of Good Governance : Accountability, Transparency, Honesty and Quick Delivery. Role of Civil Society and Peoples, participation in Good Governance, Grievance Redressal Machanism: Lokpal, Lokayukta, Central Vigilance Commissioner citizen's charter: Object Machinery and Measures provided in (i) Right to Service Act, (ii) Right to Information Act, (iii) Right to Education Act, (iv) The Consumer Protection Act, (v) Domestic Violence against women (prevention) Act, (vi) Old Age Act.
(xxv) Human Rights: Concept and meaning, universal declaration of human rights, National Human Rights Commission, State Human Rights Commission, Human Rights and Social Issues, Human Rights and Terrorism.
paper-v
indian economy, globalization and sustainable development
total Marks : 200Time: 3 hours
The question-paper on Indian Economy Globalization and Sustainable Development shall consist of five sections. Section I shall be compulsory. This section shall contain 20 objective questions each of two marks (20 × 2 = 40 marks). The 20 objective questions of this section shall be drawn from the entire syllabus of the paper of which 6 questions will be drawn from Group A and from Group B, 4 from Group C and 4 from Group D of the syllabus. Section II, III, IV and V of the question paper shall have two optional questions each drawn respectively from Groups A, B, C and D of the syllabus of which the candidates will be required to answer one question from each group, each question carrying 40 marks. Thus altogether the candidates will be required to answer one objective type compulsory question carrying 40 marks and 4 optional questions, each carrying 40 marks. The optional questions shall be answered in the traditional descriptive form; requiring long answers.
Group (A) - Basic Features of Indian Economy
(i)National Income: Elementary concepts of national income and methods of its calculation e.g. GDP, GNP, NDP, NNP, GSDP, NSDP, DDP at constant and current prices at factor cost etc.
(ii)Inflation: Concept, control of inflation: monetary, fiscal and direct measures.
(iii)Demographic features: Work force composition, demographic dividend with special reference to census of 2011: National Population Policy.
(iv)Agriculture and Rural Economy: Importance of agriculture in national economy; agricultural growth in India-production & productivity, causes of low productivity and measures taken by government in improve agricultural production. Green Revolution, Ever Green Revolution and Rainbow revolution; WTO and agriculture, Marketing and pricing of agricultural inputs and outputs.
(v)Industrial Economy : Policy initiative and charges.
(vi)Public Finance: nature, importance and scope of public finance, public Revenue Principles and types of taxation; direct, indirect progressive and proportional concept of VAT.
(vii) Public Expenditure: Theories of public expenditure, causes of growth of public expenditure and its impact on economy, internal and external borrowings.
(viii) Budget: Principles of budgeting, types of budgeting, performance based, zero based FRMD
(ix)Fiscal policy: Concept and role of fiscal policy in achieving employment, stability and economic development.
(x)Centre State fiscal relationship, role of finance Commission; Financial aspects of 73rd and 74th constitutional amendments.
(xi)Structure of Indian monetary and banking system in India.
(xii) (A) Composition and direction of India's trade: Balance of payment problem.
Group (B) - Sustainable Development, Economic Issues and Indian Development Strategy
(xii) Meaning and Measurement of Economic Development, Characteristics of Under Development.
(xiii) Indicators of development HDI, GDI, GEM: India's HDI progress
(xiv) Role of Foreign capital and technology in growth of economy.
(xv) Sustainable development: concept and indicators of sustainable development economic social and environmental sustainability, concept of Green GDP, Strategy and policy for sustainable development in India.
(xvi)Meaning of inclusive growth and development policy and strategy during 11th and 12thFive Year Plans.
(xvii) Development status and issues pertaining to socially and economically marginalised sections, like STs, SCs, religious minorities, backward castes and women, schemes launched for their development by Central/State Governments including TSP, SCSP and minorities.
(xviii) Poverty and un-employment: Measurements and trends; identification of BPL families HPI, Multi Dimensional Indian Poverty Index.
(xix) Food and Nutritional Security: Trends in food production and consumption in India. Problem of Food Security: Problems and issues of storage, procurement distribution, import and export, Government policies schemes and programmes such as PDS, ICDS and Mid-day Meal etc.
(xx) Governmental policies for food and nutritional security.
(xxi) Planning Strategy: Objectives and strategy of Indian Five Year Plans Functions and Role of NDC. Planning Commission.
(xxii) Decentralized Planning: Meaning and importance, PRIS and decentralised planning, major initiatives in India.
Group (C) - Economic Reforms, Nature and impact on Indian Economy
(xxiii)New economic reforms, Liberalization, Privatization and Globalization, rationale and need for reforms International financial institutions IMP, World Bank, WTO, their role and impact on Indian economy.
(xxiv) Financial and Banking sector reforms, economic reforms and rural banking impact on rural credit: sources and problems of rural credit institutional credit, SHG, micro finance, NABARD, RRBs, scheduled Commercial Banks, rural co-operatives financial inclusion.
(xxv) Globalization of Indian economy: Its positive and negative impacts on different sectors, issues of FDI and FH in India.
(xxvi) Agricultural sector reforms and its impact on growth, issues of subsidies and public investment on agriculture reforms and agrarian crisis.
(xxvii) Industrial development and Economic reforms in India: Major changes in industrial policy. Its impact on industrial growth and problems of SMEs; role of Public Sector enterprises in India's industrialization in post reforms period, Disinvestment and Privatisation of Public Enterprises.
Group (D) - Economy of Jharkhand: Features, Issues, Challenges and Strategies
(xxviii) Economic growth and structure of Jharkhand's economy, sectoral composition, growth in SDP and per capita NSDP in last decade Agricultural and Industrial growth in Jharkhand.
(xxix) Demographic features of Jharkhand: Population growth, sex ratio, density, literacy, composition of work force, rural-urban composition etc with special reference to Census of 2001 and 2011, inter district variations.
(xxx) Status of poverty, unemployment, food security, malnutrition, education and health indicators in Jharkhand, major initiatives, issues of agricultural and rural development, major programs and schemes; poverty alleviation programs; PURA, Bharat Nirman, MGNREGA, PMGSY, SGSY, IAY, NRLM etc., Food security schemes.
(xxxi) Land, forest and environmental issues in Jharkhand: Land reforms and agrarian relations, tribal land alienation, development induced displacement people; its impacts and policy initiatives. Forest issues and implementation of FRA, Environmental degradation and State policy to deal with to.
(xxxii) Five year plans in Jharkhand strategy and achievement in X and XIth plan, TSP and SCSP, public finance trends in Jharkhand, industrial, policy in Jharkhand and industrial development.
Paper-VI
general science environment and technology development
Total Marks: 200Time: 3 Hours
The question paper of General Science, Environment and Technology Development shall have six sections Section-I, shall have 20 objective type of questions each of 2 marks (20 × 2 = 40 marks). Questions for this section will be drawn at the rate of four questions from each of the five Groups of the syllabus Sections II, III, IV, V and VI of the question paper shall have two optional questions each drawn respectively from Groups A, B, C, D and E of the syllabus; of which candidates will be required to answer only one question from each group, each question carrying 32 marks. Optional questions shall be answered in the traditional manner, requiring descriptive answers not exceeding 500 to 600 words. Thus, altogether candidates will be required to answer one objective type compulsory question (40 marks) and five descriptive type optional question (5 × 32 = 160 marks).
Group (A) Physical Science
(i)Systom of Units: MKS, CGS and SI,
(ii)Definition of speed, velocity, gravity, mass, weight, force, impact, work, power and energy.
(iii)Solar system, relative position of Earth with respect to Sun and other planets, movement of earth and moon in solar system, lunar and solar eclipses.
(iv)Concept and nature of sound, Wave length and frequency, infrasonic and Ultrasonic sounds, sources of Infrasonic sound in nature, ultrasonic sound characteristics and some applications.
Group (B) Life Science
(i)The living world, Cell-structure and its functions, Diversity of organism.
(ii)Bio molecules - structure and function of carbohydrates, proteins and fats, Vitamins and deficiency diseases, Enzymes, Hormones - plant hormones and growth regulation, Animal hormones and their functions.
(iii)Cell reproduction - cell cycle, Mitosis and Melosis.
(iv)Mendallion Inheritance - Monohybrid and Dihybrid cross, sex linked Inheritance, sex Determination, DNA Structure and function, DNA Replication, Protein Synthesis, Gene Regulation, Molecular basis of differentiation.
(v)Theories of Evolution of life on earth, including Human Evolution.
Group (C) Agriculture Science
(i)Different agro-climatic zones of Jharkhand, rain fall pattern and known abiotic stresses in each zone.
(ii)Ran fed agriculture: Conventional food and horticultural crops of the state, Need for diversification of crops for food as well as nutritional security in the wake of climate change; Rain water harvesting and its role in improving agriculture output in Jharkhand Fish farming.
(iii)Soil fertility status of Jharkhand Application of vermi compost and Farm. Yard Manure (FYM) for improving soil health. Nitrogen fixing bacteria; their applications and concept of Organic farming.
(iv)Concept of Agro forestry, waste lands and means to reclaim them.
(v) Government schemes for the benefit of the farmers of the state.
Group (D) Environmental Science
Concept of Ecosystem, structure and Function of Ecosystem, Natural resources Renewable and Non renewable resources, Environmental Conservation-in situ and ex situ conservation, Pollution-Air, Water, sound and soil, Solid Waste Management; Biodiversity; concept, hotspots, threats to biodiversity, Global Environmental Issues; Climate change, Global warming, Once layer depletion, Acid rain, Desertification. Environmental laws- The Environment (Protection) Act, The Air (Prevention and Control of Pollution) Act. The Water (Prevention and control of Pollution) Act, Forest Conservation Act.
Group (E) Science and Technology Development
National Policy on Science and Technology; Energy demand of the country. Conventional and Non-conventional sources of energy. Nuclear Energy: Its merits and demerits; Trends in Nuclear Policy. NPT and CTBT. Space Technology-Indian space programmes, Application of Satellites for different purposes; Indian missile programme; Remote sensing: GIS and its application in weather forecasting disaster warning, mapping of water, soil, and mineral resources etc. Use of Biotechnology in agriculture, animal breeding, pharmaceuticals food technology and environmental conservation; possible adverse effects of biotechnological interventions; Information technology. Computers and its application in data processing, data programmes cyber crime and cyber laws.
National Health Policy : national programmes for prevention and control of Malaria, Leprosy, T.B, Cancer,Aids, Blindness etc.
परिशिष्ट - 1(ग)
jharkhand public service commission |
||||
Revised Scheme of Examination for Civil Services (Subjects) |
Duration (Hours) |
Maximum Marks |
Minimum Qualifying Marks |
Remarks |
(A) preliminary Examination (Screening Test) |
||||
General Studies-I |
2 hours |
200 |
As per the Advertisement |
Objective Type |
General Studies-II (Jharkhand Specific) |
2 hours |
200 |
As per the Advertisement |
Objective Type |
(B) Main Examination (No optional subjects. All are common compulsory papers) |
||||
Paper-I: General Hindi & General English, having two separate sections on (i) General Hindi and (ii) General English, each of 50 marks. |
3 hours |
100 |
As per the Advertisement |
descriptive type |
Paper-II: Language and Literature: Under this paper, every candidate will have to opt for one Language and Literature out of fifteen listed by the commission |
3 hours |
150 |
as above |
as above |
Paper-III: Social Sciences, having two distinct sections on (i) History (ii) Geography, each of equal weightage. |
3 hours |
200 |
as above |
as above |
Paper-IV: Indian Constitution & Polity, Public Administration & Good Governance |
3 hours |
200 |
as above |
as above |
Paper-V: Indian Economy, Globalization and Sustainable Development |
3 hours |
200 |
as above |
as above |
Paper-VI: General Sciences, Environment and Technology Development |
3 hours |
200 |
as above |
as above |
Total marks (Main Examination) |
- |
1050 |
Art the discretion of the commission |
- |
Personality Test |
- |
100 |
- |
- |
Grand Total |
- |
1150 |
- |
- |
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