चित्रकला एवं शिल्प
उत्तर प्रदेश में चित्रकला के प्रारम्भिक साक्ष्य हमें उच्च पुरापाषाणकाल एवं मध्य पाषाणकालीन शैलाश्रयों जैसे चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज, बांदा स्थानों से चित्रों के रूप में मिलते हैं। मिर्जापुर और बांदा क्षेत्र शैल चित्रों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं।
- विन्ध्य पहाड़ियों में स्थित शैलाश्रय एवं गुफाओं को स्थानीय भाषा में ‘दरी’ कहा जाता है,लिखुनियां, विजयगढ़, सोरहोघाट, भण्डारिया, बागापथरी, कांडाकोट, घोड़मंगर, सौहरीरौप, मोहरापथरी, खोड़हवा आदि स्थान पर से लालगेरू से बने 5000 ई.पू. के अनेक भित्तिचित्र प्राप्त हुए हैं।
- बांदा के मानिकपुर में गेरू से बने अनेक शैलचित्र मिले हैं।
मुगल चित्रकला
- हुमायूं ने भारत में चित्रकला की नींव रखी, उसने फारस ....
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