भारत का हरित ऊर्जा संक्रमण
हाल ही में, विश्व बैंक ने भारत को हरित ऊर्जा की तरफ संक्रमण के लिए 1.5 बिलियन डॉलर के वित्तपोषण को मंजूरी दी है। इसके माध्यम से कम कार्बन गहन ऊर्जा के विकास में तेजी लाने में मदद मिलेगी। नए वित्तपोषण से भारत को अपने हरित हाइड्रोजन उत्पादन का विस्तार करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
- भारत, दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जो पर्यावरणीय स्थिरता के साथ आर्थिक विकास को संतुलित करने में चुनौती का सामना कर रहा है। वर्तमान में भारत बिजली, उद्योग, परिवहन, कृषि, खाना पकाने आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
- 10 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 यूरेनियम संदूषण
- 2 वायु प्रदूषण का कीटों पर प्रभाव
- 3 राष्ट्रीय भूस्खलन पूर्वानुमान केंद्र
- 4 ग्लेशियल जियोइंजीनियरिंग
- 5 ग्रेट इंडियन बस्टर्ड संरक्षण
- 6 गिद्ध संरक्षण और सत्यमंगलम टाइगर रिजर्व
- 7 गुजरात में चीता संरक्षण प्रजनन केंद्र की स्थापना को मंजूरी
- 8 रोज़वुड प्रजातियों के व्यापार पर दिशा-निर्देश
- 9 11 नए बायोस्फीयर रिजर्व नामित