वाराणसी के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करें।

भारत में धर्म एवं सभ्यता के केन्द्र के रूप में वाराणसी का विशेष स्थान है तथा इसके कई नाम तथा विशेषताएं है जो इसे भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाते हैं।

  • उत्तर वाहिनी गंगा तट पर अवस्थित इस शहर का 3000 वर्षों से अधिक का इतिहास है, जो इसे सर्वाधिक प्राचीन जीवित शहर बनाता है।
  • वाराणसी कई धर्मों एवं पूजन पद्धतियों के लिए प्रसिद्ध है, यहां अभी भी विभिन्न संप्रदायों की प्राचीन उपासना पद्धतियों का प्रचलन है।

  • यह बुद्ध, जैन, शैव, वैष्णव संतों तथा कबीर एवं तुलसी जैसे महान् संतों की कर्मस्थली रही ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

मुख्य विशेष