चौरी-चौरा काण्ड का भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन पर गहरा प्रभाव पड़ा विश्लेषण करें।
फरवरी 1922 को घटित उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चौरी-चौरा काण्ड का भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महत्वपूर्ण स्थान है, इस घटना क्रम का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रणनीति एवं दर्शन पर गहरा प्रभाव पड़ा।
प्रभावः
- इस घटना का त्वरित प्रभाव असहयोग आन्दोलन का स्थगन था तथा महात्मा गांधी द्वारा रचनात्मक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से रणनीतिक बदलाव किया गया। इसने प्रतिरोध के अनुशासित और शान्तिपूर्ण तरीकों के महत्व पर प्रकाश डाला तथा स्वतंत्रता संघर्ष में अहिंसा की केन्द्रीय भूमिका पर बल दिया।
- इसने अनुशासित और संगठित विरोध प्रदर्शनों की आवश्यकता के महत्व को रेखांकित किया इसलिए ....
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