गहरे महासागर में अन्वेषण: महत्व और प्रमुख पहल

गहरे महासागर की खोज भारत के आर्थिक विकास के साथ ही वैश्विक जलवायु परिवर्तन को रोकने के अनुकूल है। भारत इस क्षेत्र में एक दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप आगे बढ़ रहा है तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं समर्थन के आधार पर आगे बढ़ रहा है।

  • भारत को अंतरराष्ट्रीय समुद्री प्राधिकरण (International Seabed Authority) द्वारा वर्ष 1987 में हिंद महासागर बेसिन में खनिज संसाधनों के अन्वेषण हेतु लगभग 1.5 लाख वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र आवंटित किया गया था।
  • हालांकि वर्ष 2002 में अंतरराष्ट्रीय समुद्री प्राधिकरण के साथ एक अनुबंध के माध्यम से भारत ने आवंटित क्षेत्र के 50% भाग की हिस्सेदारी छोड़ दी ....
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