प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी की रणनीति

प्रारंभिक परीक्षा को इन सभी चरणों में सर्वाधिक कठिन चरण के रूप में माना जाता है क्योंकि इसमें परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की संख्या तुलनात्मक रूप से अधिक होती है।

अभ्यर्थी के इस परीक्षा में पास होने के पश्चात ही वह मुख्य परीक्षा में बैठ सकता है। अतः यदि कोई अभ्यर्थी वर्ष भर मुख्य परीक्षा की तैयारी करता है और वह प्रारंभिक परीक्षा को पास नहीं कर पाता है तो ऐसी स्थिति में उसे अगले वर्ष का इंतजार करना पड़ता है। यह स्थिति अभ्यर्थी के लिए आर्थिक एवं मानसिक रूप से तनाव उत्पन्न कर सकती है।

इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते ....

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