मुख्य परीक्षा की तैयारी की रणनीति

‘‘किसी भी कार्य को आरंभ करने का तरीका यह है
कि बातें बंद कर के काम शुरू किया जाये।’’ -वाल्ट डिज्नी

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं यक्ष प्रश्न यही आता है कि प्रारंभिक अथवा मुख्य परीक्षा में से किसकी तैयारी पहले की जाए? क्या दोनों की एक साथ तैयारी संभव है? यदि नहीं तो प्रारंभिक तथा मुख्य परीक्षा की अलग-अलग तैयारी रणनीति होनी चाहिए? इसके लिए अभ्यर्थी दो तरह की रणनीति अपना सकता है।

पहली रणनीतिः पहली रणनीति के तहत, यदि अभ्यर्थी के पास पर्याप्त समय है तो उसे अपनी तैयारी को मुख्य परीक्षा से आरंभ करना ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

IAS/PCS सक्सेस सूत्र