ब्रिटिश-इण्डो कला के रूप में जानी जाने वाली पटना कलम कला की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
पटना कलम को ब्रिटिश-इण्डो कला के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि जहां एक ओर इस पर मुगलशाही शैली का प्रभाव दिखता है तो वहीं दूसरी ओर तत्कालीन ब्रिटिश कला का प्रभाव भी दृष्टिगोचर होता है। पटना कलम का विकास वस्तुतः अठारहवीं शताब्दी के मध्य 1750 ई. से लेकर 1925 ई. के बीच में हुआ तथा इसी के परिणामस्वरूप पटना कलम शैली का उदय हुआ।
पटना कलम कला में मुख्य रूप से लघुचित्र है, जिसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं-
- लघु-चित्र: पटना कलम के चित्रें अधिकांशतः कागजों पर बनाया ....
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