एंटीबायोटिक्स का मृदा पर प्रभाव

हाल ही में, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) के सेंटर फॉर इकोलॉजिकल साइंसेज (CES) के वैज्ञानिकों के शोध में पाया गया है कि शाकाहारी वन्यजीवों द्वारा घास के मैदानों में चराई की तुलना में पालतू पशुओं द्वारा चरने से मृदा में कार्बन का भंडारण कम होता है।

मुख्य बिंदु

  • शामिल क्षेत्र एवं पशु: यह अध्ययन हिमालय के स्पीति क्षेत्र में किया गया और भेड़,याक और आइबेक्स आदि पशुओं को शामिल किए गया| इन पशुओं के चरने से मिट्टी के कार्बन स्टॉक पर प्रभाव का अध्ययन किया गया है।
  • मिट्टी में कार्बन की कमी का कारण तथा प्रक्रिया: पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री