मीठे पानी के एक चौथाई जानवर विलुप्त होने के खतरे में
8 जनवरी, 2025 को नेचर जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, विश्व की 24% ताजे जल की मछलियां, ड्रैगनफ़्लाई, डैमसेल्फ्लाई, केकड़ा, क्रेफ़िश और झींगा प्रजातियां विलुप्त होने के उच्च जोखिम में हैं।
- यह संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट (IUCN Red List of Threatened Species) में ताजे जल के जंतुओं का अब तक का सबसे बड़ा वैश्विक मूल्यांकन है।
- यह अध्ययन ग्लैंड, स्विटजरलैंड में IUCN की 60वीं वर्षगांठ के दौरान जारी किया गया।
- इस अवसर पर, IUCN और रेड लिस्ट पार्टनर्स ने प्रजातियों के आकलन और पुनर्मूल्यांकन में तेज़ी लाने के लिए जागरूकता और धन जुटाने के लिए एक वैश्विक सोशल मीडिया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 सस्टेनेबल सर्कुलरिटी पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 2 भारत के 4 नए रामसर स्थल
- 3 इंदौर और उदयपुर आर्द्रभूमि शहर प्रमाणन की सूची में शामिल
- 4 अपर-करनाली जलविद्युत परियोजना
- 5 भारत की अक्षय ऊर्जा क्रांति
- 6 डिजिटल वृक्ष आधार पहल
- 7 भारत का प्रथम जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर
- 8 मियावाकी तकनीक द्वारा प्रयागराज में घने जंगलों का विकास
- 9 भारत स्वच्छ प्रौद्योगिकी विनिर्माण प्लेटफॉर्म
- 10 इंडो-बर्मी पैंगोलिन
- 11 आपदा जोखिम चेतावनी प्रणाली : कवचम