वित्तीय क्षेत्र सुधार और विकास
- बीमा क्षेत्र में FDI: बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा 74% से बढ़ाकर 100% की जाएगी, यह उन कंपनियों के लिए होगी जो भारत में संपूर्ण प्रीमियम का निवेश करती हैं।
- NaBFID द्वारा क्रेडिट वृद्धि सुविधा: NaBFID बुनियादी ढांचे के लिए कॉर्पोरेट बांड के लिए 'आंशिक ऋण संवर्धन सुविधा' प्रदान करेगा।
- ग्रामीण क्रेडिट स्कोर ढांचे का विकास: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसका विकास करेंगे।
- पेंशन क्षेत्र के विनियामक समन्वय और विकास के लिए एक मंच स्थापित किया जाएगा। ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री

- 1 राजकोषीय सुदृढ़ीकरण
- 2 पहला ईंजनः कृषि
- 3 दूसरा इंजन: MSMEs
- 4 तीसरा इंजनः निवेश
- 5 चौथा ईंजनः निर्यात
- 6 प्रत्यक्ष कर
- 7 कठिनाइयों को कम करने के लिए TDS/TCS को युक्तिसंगत बनाना
- 8 अनुपालन बोझ को कम करना
- 9 व्यापार सुगमता
- 10 रोजगार एवं निवेश
- 11 अप्रत्यक्ष कर
- 12 घरेलू विनिर्माण और मूल्य वर्धन को सहायता
- 13 निर्यात संवर्धन:
- 14 व्यापार सुविधा