बिहार में किसान और मजदूर आन्दोलन की व्याख्या करें।

उत्तर: बिहार में किसान और मजदूर आंदोलन शोषण, अन्याय और जमींदारी प्रथा के खिलाफ जनचेतना का प्रतीक बने। इन आंदोलनों ने किसानों और मजदूरों को संगठित कर उनके अधिकारों के लिए लड़ने की शक्ति दी। दरभंगा के किसानों से लेकर चंपारण सत्याग्रह और बिहार प्रांतीय किसान सभा जैसे आंदोलनों ने किसानों की आवाज को राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया। वहीं, मजदूर आंदोलनों ने औद्योगिक क्षेत्रों में श्रमिक अधिकारों को मजबूती प्रदान की और स्वतंत्रता संग्राम को जनसमर्थन दिया।

  • बिहार में किसान और मजदूर आंदोलनों ने ....
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