उधोग एवं निवेश
वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में, औद्योगिक क्षेत्र द्वारा समग्र सकल मूल्य संवर्धन (Gross Value Added-GVA) में 3.7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले दशक के पूर्वाद्ध के दौरान हासिल की गई 2.8 प्रतिशत की औसत वृद्धि से अधिक है।
- वर्ष की पहली छमाही के दौरान निजी अंतिम उपभोग व्यय (Private Final Consumption Expenditure) में मजबूत वृद्धि, निर्यात प्रोत्साहन, संवर्द्धित सार्वजनिक पूंजीगत व्यय और बैंकों एवं कंपनियों के बैलेंस शीट में सकारात्मक बदलाव के कारण निवेश की मांग में वृद्धि हुई है।
- जनवरी 2022 से सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यमों को प्रदान किए जाने वाले ऋण में ....
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संबंधित सामग्री
- 1 अध्याय 13:जलवायु परिवर्तन और भारत
- 2 अध्याय 12:अवसंरचना
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- 6 अध्याय 8: रोजगार और कौशल विकास
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