वैश्विक स्तर पर झीलों का सिकुड़ना
हाल ही में, साइंस जर्नल (Journal Science)में वैश्विक स्तर पर झीलों में जल से संबंधित एक अध्ययन प्रकाशित किया गया। इसके अनुसार, जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों के कारण पिछले तीन दशकों में दुनिया की 50 प्रतिशत से अधिक बड़ी झीलें और जलाशय सिकुड़ गए हैं।
अध्ययन के मुख्य बिंदु
- निष्कर्ष: शोधकर्ताओं ने पाया कि 1,052 प्राकृतिक झीलों में से 457 में पिछले तीन दशकों में पानी की महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है। 234 प्राकृतिक झीलों के जल स्तर में सकारात्मक वृद्धि देखी गई और 360 झीलों के जल स्तर में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं देखा गया।
- मध्य ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है