ओडिशा में काला बाघ
1 मई, 2023 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में स्थित सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान में एक दुर्लभ काले नर बाघ (Black Tiger) को मृत पाया गया है। सिमलीपाल के वन अधिकारियों के अनुसार, इस मौत का कारण अन्य नर के साथ क्षेत्रीय वर्चस्व की लड़ाई का होना है।
मुख्य बिंदु
- प्रभाव: सिमलीपाल में काले बाघों की आबादी बहुत सीमित है तथा मौत क्षेत्र में बाघों के प्रजनन को प्रभावित कर सकती है।
- परिचय: यह बाघ की कोई विशिष्ट प्रजाति (Distinct Species) या भौगोलिक उप-प्रजाति (Geographic Subspecies) नहीं हैं बल्कि आनुवंशिक उत्परिवर्तन (Genetic Mutation) के कारण इनका रंग बदल जाता है।
- अन्य नाम: इसे ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
- 10 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 पर्माफ्रॉस्ट पर वैश्विक तापन का प्रभाव
- 2 वैश्विक स्तर पर झीलों का सिकुड़ना
- 3 जन जैव विविधता रजिस्टर के लिए राष्ट्रीय अभियान
- 4 हैमरहेड शार्क
- 5 वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कार्य योजना
- 6 सीवेज उपचार संयंत्रों से निकले पंक का उर्वरक के रूप में उपयोग
- 7 भू-जल आर्सेनिक संदूषण
- 8 कार्बन सीमा समायोजन तंत्र