जैव विविधता टाइम मशीन
हाल ही में, बर्मिंघम विश्वविद्यालय (University of Birmingham) और फ्रैंकफर्ट में गोएथे विश्वविद्यालय (Goethe University in Frankfurt) के शोधकर्ताओं ने ‘जैव विविधता समय मशीन’ (Biodiversity 'time machine) विकसित की है।
मुख्य बिन्दु
- यह जैव विविधता ‘टाइम मशीन’ सीखने के लिए अतीत में हुए जलवायु परिवर्तन से संबंधित आकड़ों तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करती है।
- इसके साथ ही इस ‘टाइम मशीन’ की सहायता से विशेषज्ञ पिछली शताब्दी में मीठे पानी की झील के पर्यावरणीय इतिहास और जैविक परिवर्तनों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
- इसे विकसित करने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, इस टाइम मशीन का उपयोग करके भविष्य की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आपदा जोखिम चेतावनी प्रणाली : कवचम
- 2 मीठे पानी के एक चौथाई जानवर विलुप्त होने के खतरे में
- 3 इंडो-बर्मी पैंगोलिन
- 4 भारत स्वच्छ प्रौद्योगिकी विनिर्माण प्लेटफॉर्म
- 5 मियावाकी तकनीक द्वारा प्रयागराज में घने जंगलों का विकास
- 6 भारत का प्रथम जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर
- 7 डिजिटल वृक्ष आधार पहल
- 8 भारत की अक्षय ऊर्जा क्रांति
- 9 अपर-करनाली जलविद्युत परियोजना
- 10 इंदौर और उदयपुर आर्द्रभूमि शहर प्रमाणन की सूची में शामिल