तीन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों की चर्चा कीजिए, जो बिहार की उन्नति में सहायक हो सकती हैं। इन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग के उदाहरण भी प्रस्तुत कीजिए।

प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में लगातार सुधार कर रही है। तकनीकी विकास ने हमें अधिक कुशल निर्माता बनाया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और क्लाउड कम्प्यूटिंग ऐसी तीन प्रौद्योगिकियां हैं, जिनमें भारत सहित बिहार के विकास को गति देने की क्षमता है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता

  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता को संक्षिप्त रूप में एआई भी कहते हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता से तात्पर्य ऐसी मशीन का विकास करने से है, जो मानव बुद्धिमत्ता का अनुकरण (simulation) करे तथा मानव की तरह सोचे और उसके कार्यों की नकल करे।
  • एआई प्रणाली के एक सामान्य ढांचे में तीन खंड होते हैं- सेंसर जो डेटा उत्पन्न करते हैं, प्रोसेसर जो ....
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