लिंग-तटस्थ स्कूल पाठ्य पुस्तकें
हाल ही में, केरल सरकार द्वारा स्कूल की पाठ्य पुस्तकों में बदलाव करके लैंगिक तटस्थता (Gender Neutrality) को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें पुरुषों और परिवार के अन्य सदस्यों को घरेलू कामों में भाग लेते हुए दिखाया जाएगा, जिससे पारंपरिक लैंगिक रूढ़िवादिता को दूर करने में मदद मिलेगी।
- इस पहल का उद्देश्य कम उम्र से ही बच्चों में समावेशिता को बढ़ावा देना है। नई शिक्षण सामग्री, जिसमें पारंपरिक रूप से महिलाओं से जुड़ी रसोई की गतिविधियों में संलग्न पिताओं को चित्रित किया गया है।
- स्कूल की पाठ्य पुस्तकों में सुधार और लिंग-तटस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने की पहल निम्नलिखित कई नैतिक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 शिक्षा मंत्रालय की स्टार्स कार्यशाला
- 2 बच्चों एवं युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर मार्गदर्शन दस्तावेज
- 3 मातृ स्वास्थ्य एवं परिवार नियोजन में भारत की प्रगति को मान्यता
- 4 बाल विवाह निषेध अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु दिशानिर्देश
- 5 राष्ट्रीय पोषण माह का 7वां संस्करण
- 6 दिव्यांगों के लिए एक्सेसिबिलिटी स्टैंडर्ड्स मॉड्यूल लागू
- 7 LGBTQI+ समुदाय के लिए विभिन्न अंतरिम सरकारी उपाय
- 8 सहरिया जनजाति में कुपोषण
- 9 न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम के तहत 'साक्षरता' और 'पूर्ण साक्षरता'
- 10 भारत में महिलाएं एवं पुरुष 2023