बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार

बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार (Reform in Multi-Lateral Institutions) एक तत्काल अनिवार्यता है तथा इन बहुपक्षीय संस्थानों को 21वीं सदी की वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करते हुए विकासशील विश्व की चिंताओं को आवाज देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

  • वर्तमान में भारत अपनी जी-20 की अध्यक्षता के तहत संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार की पुरजोर वकालत कर रहा है।

बहुपक्षवाद क्यों महत्वपूर्ण है?

  • वर्तमान समय में बहुपक्षीय सहयोग (Multilateral cooperation), कई संकटों का सामना कर रहा है।
  • वैश्विक बहुपक्षीय संस्थानों में लगातार गतिरोध के कारण बहुपक्षवाद ने बहुमत का भरोसा खो ....
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