जी20 की अध्यक्षता तथा भारत: अवसर एवं चुनौतियां
भारत 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक एक वर्ष के लिए ळ20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान देश भर में 200 से अधिक ळ20 बैठकों का आयोजन किया जाना है, जिनमें 100 से अधिक बैठकें आयोजित हो चुकी हैं।
- अनेक वैश्विक चुनौतियों के मध्य भारत को इस महत्वपूर्ण वैश्विक मंच की अध्यक्षता का अवसर मिलना देश के अंतरराष्ट्रीय महत्व में बढ़त को प्रदर्शित करता है।
भारत के लिये अवसर एवं लाभ
- सॉफ्ट पॉवर को बढ़ावाः भारत दीर्घकाल से अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा का पक्षधर देश रहा है। भ्रष्टाचार, आतंकवाद, युद्ध एवं हिंसा के ....
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संबंधित सामग्री
- 1 प्रवासी भारतीयों का सामाजिक तथा आर्थिक योगदान
- 2 वैश्विक भू-राजनीतिक परिवर्तन एवं भारत
- 3 भारत-बांग्लादेश संबंध
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- 5 हिन्द-प्रशांत में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी
- 6 भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता
- 7 ब्रिक्स समूह: प्रासंगिकता एवं भविष्य
- 8 ब्रिक्स : वैश्विक शांति और समृद्धि के निर्माण में भूमिका
- 9 भारत और यूरोपीय संघ संबंध : वर्तमान स्थिति और मुद्दे
- 10 परमाणु निरस्त्रीकरण : चुनौती तथा भारत की भूमिका
मुख्य विशेष
- 1 वैश्विक दक्षिण एवं भारत
- 2 हिंद-प्रशांत क्षेत्र एवं भारत: रणनीतिक दृष्टिकोण एवं जुड़ाव
- 3 भारतीय डायस्पोरा का भारत के विकास में योगदान
- 4 वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का लचीलापन
- 5 बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार
- 6 भारत-चीन सीमा विवाद
- 7 मध्य एशिया में भारत की महत्वाकांक्षाएं एवं चुनौतियां
- 8 एससीओ एवं भारत: चुनौतियां एवं अवसर