प्रतिपूरक वनीकरण
पृथ्वी पर मानव सहित विभिन्न जीवों के जीवन को बनाए रखने के लिए वन एक महत्वपूर्ण घटक हैं। वन ऐसे सामुदायिक संसाधन का प्रतिनिधित्व करते हैं जो लाखों ग्रामीणों विशेषकर आदिवासियों की आवश्यकता को पूरा करता है।
- भारत के संविधान के अनुच्छेद 48A में यह अपेक्षा की गई है कि राज्य पर्यावरण की रक्षा और सुधार करने और देश के वन और वन्य जीवन की रक्षा करने का प्रयास करेगा।
- अनुच्छेद 51ए के तहत प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह वनों, झीलों, नदियों और वन्य जीवों सहित प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और सुधार करे और जीवों के प्रति दया भाव ....
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