ब्रिटिश शासन के दौरान बिहार के सामाजिक एवं आर्थिक परिदृश्य में होने वाले परिवर्तनों का विश्लेषण करें।

उत्तर: प्लासी एवं बक्सर युद्ध के पश्चात बंगाल सहित पूरे बिहार पर ब्रिटिश प्रभुत्व स्थापित हुआ। इस औपनिवेशिक नियंत्रण का उद्देश्य था बिहार के आर्थिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन। इस आर्थिक दोहन के साथ अंग्रेजों ने ‘फूट डालो एवं राज करो’ की नीति भी अपनाई, जिसने बिहार के सामाजिक ताने-बाने को भी विद्वेषपूर्ण बना कर रख दिया।

आर्थिक परिदृश्य में बदलाव

  • जमींदारी प्रणाली: 1793 में बंगाल सहित पूरे बिहार में स्थायी बंदोबस्त लागू किया गया, जिससे जमींदारी प्रणाली की शुरुआत हुई, जिसने रैय्यतों को भूमिहीन बना दिया।
  • कृषि का वाणिज्यीकरण: नगदी फसलों (नील, अफीम, जूट आदि) के उत्पादन में ....
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