भारत में कृषि क्षेत्र का मशीनीकरण : चुनौतियां एवं उपाय
हाल ही में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा भारत में कृषि के मशीनीकरण के संबंध में संसद में प्रस्तुत जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रमुख फसलों (Major Crops) के लिए बीज तैयार करने का कार्य अत्यधिक मशीनीकृत (70% से अधिक) है, जबकि चावल और गेहूं की फसलों के अलावा अन्य प्रमुख फसलों के संबंध में कटाई और थ्रेसिंग ऑपरेशन काफी कम मशीनीकृत (32% से कम) है।
- वर्ष 2023 में कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण पर संसद की स्थायी समिति द्वारा ‘भारत में लघु और सीमांत किसानों के लिए कृषि मशीनीकरण में अनुसंधान और विकास’ (Research and ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फायरफ्लाइज़, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह
- 2 पिग बूचरिंग घोटाला/निवेश घोटाला
- 3 अंजी खड्ड पुल
- 4 2025 ‘सुधारों का वर्ष’
- 5 क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकी से विकसित पहला बेबी कोरल
- 6 छत्तीसगढ़ वनों को हरित GDP से जोड़ने वाला भारत का पहला राज्य
- 7 हरित परिवर्तन योजना पर कार्यशाला
- 8 बाघों का अंतर-राज्यीय स्थानांतरण
- 9 57वां बाघ अभयारण्य
- 10 ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष