आन्तरिक जल परिवहन

  • आन्तरिक जलमार्ग के अन्तर्गत नहरों, नदियों, संकरी घाटियों आदि को सम्मिलित किया जाता है। इसके द्वारा यात्रियों और सामानों का परिवहन किया जाता है।
  • देश में आन्तरिक जल परिवहन के तहत गंगा, ब्रह्मपुत्र, महानदी, गोदावरी, ताप्ती, नर्मदा व कृष्णा आदि नदियों का उपयोग किया जाता है।
  • भारत में लगभग 14500 किलोमीटर नौगम्य जलमार्ग हैं, हालांकि वे देश के परिवहन में लगभग 1% का ही योगदान करते हैं।
  • यांत्रिक जलयानों द्वारा बड़ी नदियों का केवल 2000 किमी एवं नौगम्य नहरों का केवल 900 कि.मी. जलमार्ग का उपयोग किया जा रहा है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका 21%, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया अंतर्देशीय ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष