सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - प्रौद्योगिकी विकास (जीएस पेपर-3)
अंतरग्रहीय अंतरिक्ष मिशन : महत्व एवं संभावनाएं
हाल के समय में विश्व के विभिन्न देशों के बीच अंतरग्रहीय अंतरिक्ष मिशन में तीव्र प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। वर्तमान में भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, जापान आदि विभिन्न देशों की अंतरिक्ष एजेंसी अंतरग्रहीय अंतरिक्ष मिशन को अंजाम देने में लगी हुई हैं।
- अंतरग्रहीय अंतरिक्ष मिशन काफी संभावनाओं से भरा क्षेत्र है। इसी को ध्यान में रखकर भारत सरकार भी भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान कर रही है।
- आने वाले समय में इसरो, मानव अन्तरिक्ष मिशन, चंद्रयान 2 मिशन, शुक्रयान-1 जैसे महत्वपूर्ण मिशनों को पूरा करने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली: भारत की क्षमताएं
- 2 कृषि का रूपांतरण: उभरती प्रौद्योगिकियों की भूमिका
- 3 अन्य देशों के साथ भारत का अंतरिक्ष सहयोग: लाभ और उपलब्धियां
- 4 गहरे समुद्र में अन्वेषण: भारत की प्रगति और चुनौतियां
- 5 जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में नैनो प्रौद्योगिकी की भूमिका
- 6 साइबर हमले: भारत के डिजिटलीकरण के लिए चुनौतियां
- 7 जेनेरिक दवाएं: संबंधित मुद्दे और चिंताएं
- 8 दुर्लभ बीमारियां : चुनौतियां एवं भारत की कार्यवाही
- 9 रोगाणुरोधी प्रतिरोध : चुनौतियां और रोकथाम के उपाय
- 10 ब्रेन कंप्यूटर इंटरफ़ेस (BCI) और इसके नैदानिक अनुप्रयोग