वित्तीय समावेशन सूचकांक
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए समग्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (Composite Financial Inclusion Index) जारी किया।
वित्तीय समावेशन सूचकांक के बार में
भारतीय रिजर्व बैंक ने 17 अगस्त, 2021 को वित्तीय समावेशन सूचकांक (Financial Inclusion Index) की शुरुआत की थी। वित्तीय समावेशन सूचकांक को प्रतिवर्ष जुलाई में प्रकाशित किया जाता है।
- 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए भारत का वित्तीय समावेशन (FI) सूचकांक वर्ष 2021 के 53.9 से बढ़कर 56.4 हो गया, जिसमें सभी उप-सूचकांकों में वृद्धि देखी गई।
- भारतीय रिज़र्व बैंक ने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 महिला सशक्तीकरण में एआई की भूमिका
- 2 भारत में गरीबी मापन ढांचे में संशोधन की आवश्यकता
- 3 भारत में बाल मृत्यु दर में कमी: एक अनुकरणीय उपलब्धि
- 4 स्वावलंबिनी-महिला उद्यमिता कार्यक्रम
- 5 भारत में पारिवारिक मूल्यों का क्षरण एक गंभीर चिंता: सर्वोच्च न्यायालय
- 6 छात्र आत्महत्याओं पर रोक के लिए टास्क फोर्स का गठन
- 7 श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा कवरेज हेतु समितियों का गठन
- 8 विज्ञान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु यूनेस्को का अभियान
- 9 भारत और आईएलओ महानिदेशक के बीच द्विपक्षीय बैठक
- 10 वृद्धावस्था स्वास्थ्य सेवा और नशामुक्ति हेतु साझेदारी

- 1 स्माइल-75 पहल
- 2 विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू जनजातियों के आर्थिक सशक्तीकरण हेतु योजना
- 3 भारत में गर्भपात कानून पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
- 4 बाल सामूहिक बलात्कार से संबंधित IPC की धारा 376DB
- 5 भारत में जन्म के समय लिंगानुपात पर रिपोर्ट
- 6 राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम
- 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955