ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए माइक्रोपार्टिकल फॉर्मुलेशन

  • भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बंगलुरू के वैज्ञानिकों ने ऐसा माइक्रोपार्टिकल फॉर्मुलेशन तैयार किया है जो पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के इलाज में उपयोग होने वाली दवा का प्रवाह निरंतर बनाए रखने में मददगार हो सकता है।
  • शरीर में दवा के निरंतर प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक विशिष्ट पॉलिमर मैट्रिक्स डिजाइन किया है, जो पॉली (लैक्टिक-को-ग्याकोलिक एसिड) पीएलजीए नामक जैविक सामग्री से बनाया गया है।
  • ड्रग डिलिवरी में बड़े पैमाने पर पीएलजीए का उपयोग होता है। अंगों के प्रत्यारोपण के दौरान शरीर द्वारा प्रत्यारोपित अंग को नकारने की आशंका से निपटने के लिए रैपामाइसिन का उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को नियंत्रित करने ....
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