आर्थिक शक्ति समकालीन विश्व में किसी भी राष्ट्र की शक्ति की आधारशिला है

मोनिका मिश्रा

औद्योगीकरण की प्रक्रिया के आरंभ में एडम स्मिथ जैसे विद्वानों ने खुली आर्थिक नीति का समर्थन करते हुए इस बात पर महत्व डाला था कि वैश्विक स्तर पर मांग एवं आपूर्ति के रूप में बाजार की शक्तियां आर्थिक गतिविधियों को आसानी से संचालित करने में मदद करती हैं। इस प्रकार, संपूर्ण विश्व में तथा विशेषकर पश्चिमी देशों में बाजार आधारित अर्थव्यवस्थाओं की एक नवीन पद्धति का विकास हुआ, जिसने राष्ट्रों की शक्ति को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आर्थिक शक्तियां हमेशा से किसी भी समाज के विकास स्तर को मापने का आधार रही हैं। ....

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