आत्मनिर्भर भारत अभियान में बांस का महत्त्व

हाल ही में विश्व बांस दिवस के अवसर पर बांस वेबिनार को संबोधित करते हुये केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए घरेलू बांस उद्योग को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। यह COVID-19 के बाद के युग में पूर्वोत्तर भारत सहित पूरे देश की अर्थव्यवस्था को एक नया आकार देने में मदद करेगा।

प्रमुख बिन्दु

  • केंद्र सरकार द्वारा कच्चे बांस की वस्तुओं पर आयात शुल्क को 25% बढ़ाया गया है, जिससे घरेलू बांस उद्योगों जैसे फर्नीचर, हस्तशिल्प और अगरबत्ती बनाने में बड़े पैमाने पर मदद मिलेगी।
  • जम्मू क्षेत्र में बांस की टोकरी, अगरबत्ती और बांस ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री