महत्वपूर्ण तथ्य
जन्म दर तथा मृत्यु दर
- भारत की जनसंख्या में वृद्धि दर को प्रभावित करने में जन्म दर तथा मृत्यु दर का महत्वपूर्ण स्थान रहा है।
- 1990 से लेकर 2011 तक जनसंख्या वृद्धि की प्रवृत्ति को देखा जाए तो ज्ञात होता है कि 1901-1921 के मध्य देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव तथा गरीबी के कारण, जन्म दर के समानांतर ही मृत्यु दर भी उच्च रही थी।
- यही कारण है कि इस अवधि में जनसंख्या की वृद्धि दर लगभग स्थिर रही। हालांकि जैसे ही स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार तथा पोषण में बढ़ोत्तरी होने से मृत्यु दर में गिरावट आई, जनसंख्या विस्फोट की स्थिति उत्पन्न ....
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