सदी के अन्त तक पचास प्रतिशत समुद्र तट जलमग्न
यूरोपीय संयुक्त शोध केंद्र के हाल ही के एक अध्ययन के अनुसार जलवायु परिवर्तन एवं बढ़ते समुद्र स्तर के कारण सन 2100 तक दुनिया के आधे रेतीले समुद्र तट जलमग्न हो जाएंगे। जीवाश्म ईंधन से होने वाले प्रदूषण को कम करने के बावजूद, एक तिहाई से अधिक रेतीले समुद्र तट जलमग्न हो जाएंगे।
- अध्ययन के अनुसार ऑस्ट्रेलिया सबसे अधिक प्रभावित हो सकता है, जिसका लगभग 15000 किलोमीटर रेतीला समुद्र तट जलमग्न हो जाएंगे। सबसे ज्यादा प्रभावित दस देशों में भारत भी है, ये दस देश इस प्रकार हैं- कनाडा, चिली, संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको, चीन, रूस, अर्जेटीना, भारत और ब्राजील।
- एशियाई डेल्टा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है