वैवाहिक बलात्कार पर न्यायालय का विभाजित निर्णय

मई 2022 में दिल्ली उच्च न्यायालय की दो-न्यायाधीशों की खंडपीठ द्वारा भारतीय दंड संहिता (IPC) में वैवाहिक बलात्कार (Marital Rape) को प्रदान किए गए अपवाद को चुनौती देने वाली याचिकाओं के संदर्भ में एक विभाजित निर्णय (Split Decision) दिया गया।

  • विभाजित निर्णय का अर्थ यह है कि दो न्यायाधीशों की खंडपीठ में दोनों न्यायाधीशों के मत अलग-अलग थे। विभाजित निर्णयों से संबंधित मामलों में एक बड़ी पीठ द्वारा सुनवाई की जाती है। अगली सुनवाई उच्च न्यायालय के तीन न्यायाधीशों की पीठ द्वारा की जा सकती है अथवा सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष अपील की जाएगी।

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