भारतीय रुपये में गिरावट
वर्ष 2022 में भारतीय रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3.5 प्रतिशत की गिरावट हुई है। मई के महीने में रुपये में 1.2% से अधिक की गिरावट हुई।
मूल्य ह्रास क्या है?
मुद्रा मूल्य ह्रास को एक अस्थायी विनिमय दर प्रणाली में मुद्रा के मूल्य में गिरावट के रूप में परिभाषित किया जाता है। रुपये के मूल्य ह्रास का तात्पर्य अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया के कम मूल्यवान होने से है। मूल्य ह्रास के कारण रुपया पहले की तुलना में कमजोर होता है। ऐसा सरकार के निर्णय के कारण नहीं, बल्कि आपूर्ति और मांग-पक्ष के कारकों के कारण होता है|
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