रेलवे का पुनर्गठन
हाल ही में भारतीय रेलवे ने अपनी ‘सामरिक प्रौद्योगिकी और समग्र उन्नति के लिए विशेष रेलवे प्रतिष्ठान’ (SRESTHA) नामक इकाई को बंद करने की घोषणा की।
- यह अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) के एक भाग के रूप में 2016 में स्थापित एक विशेष शोध इकाई है, जिसमें अधिकतर वैज्ञानिक और रेलवे विशेषज्ञ शामिल होते हैं। इसकामुख्यालय उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित है|
- इस शोध इकाई को तकनीकी प्रगति की आवश्यकता वाले दीर्घकालिक रेलवे अनुसंधान परियोजनाओं को आरंम्भ करने की भूमिका सौंपी गई है।
इस इकाई को क्यों बंद किया गया है?
श्रेष्ठ इकाई को केंद्र सरकार की ‘रेलवे पुनर्गठन ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 'श्वेत क्रांति 2.0' पर मानक संचालन प्रक्रिया
- 2 महामारी निधि परियोजना
- 3 भारत के कपड़ा क्षेत्र पर व्यापार संबंधी आंकड़े
- 4 700 अरब डॉलर से अधिक का फॉरेक्स रिजर्व
- 5 बहुपक्षीय विकास बैंकों की स्थापना में ग्लोबल साउथ का योगदान
- 6 चार एनबीएफसी को ऋण देने पर रोक
- 7 खनिज सुरक्षा भागीदारी वित्त नेटवर्क
- 8 एग्रीश्योर फंड और कृषि निवेश पोर्टल का शुभारंभ
- 9 डिजिटल कृषि मिशन को मंजूरी
- 10 जल विद्युत परियोजनाओं हेतु बजटीय सहायता की योजना में संशोधन
- 1 सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (GAAR)
- 2 राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद की बैठक
- 3 डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क
- 4 मुद्रा एवं वित्त पर आरबीआई की रिपोर्ट
- 5 स्टैगफ्लेशन
- 6 क्रिप्टोकरेंसी से अर्थव्यवस्था का डॉलराइजेशन
- 7 राइस फोर्टिफिकेशन
- 8 विशेष आहरण अधिकार
- 9 न्यू डेवलपमेंट बैंक का क्षेत्रीय कार्यालय
- 10 विदेशी मुद्रा भंडार
- 11 भारतीय रुपये में गिरावट
- 12 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि