कोरोना के स्वरूपों की पड़ताल से मिलीं अहम जानकारियां
आईआईटी मद्रास के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस संक्रमण के विभिन्न स्वरूपों की गहन पड़ताल की है तथा कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों की खोज की है।
- इससे सार्स-सीओवी-2 के कारण बेहद तेजी से हो रहे संक्रमण और मौतों के मामलों की गुत्थी सुलझाने में मदद मिली है।
- शोधकर्ताओं के द्वारा कंप्यूटेशनल टूल्स का उपयोग किया गया तथा सार्स-सीओवी और इसके अन्य वेरिएंट एनएल63 को आधार बनाया गया।
- सार्स-सीओवी तथा सार्स-सीओवी-2 दोनों 'बीटा कोरोना वायरस' समूह के विषाणु है।
- एनएल63 का संबंध अल्फा कोरोना वायरस से है जो सार्स-सीओवी-2 की फैमिली का ही माना जा सकता है।
संक्रमण का प्रसार तेजी से ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत से ट्रैकोमा की समाप्ति
- 2 परमाणु निरस्त्रीकरण
- 3 म्यूरिन टाइफस
- 4 आईएनएस समर्थक
- 5 एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम
- 6 मधुमेह के लिए स्मार्ट इंसुलिन
- 7 वैश्विक जल संसाधन की स्थिति रिपोर्ट-2023
- 8 जस्ट ट्रांजिशन, जस्ट फाइनेंस रिपोर्ट: आईफॉरेस्ट
- 9 'जल का अर्थशास्त्र’ रिपोर्ट
- 10 उत्सर्जन अंतराल रिपोर्ट-2024
करेंट अफेयर्स न्यूज़
- 1 बिना विभागीय जांच के सिविल सेवक की बर्खास्तगी
- 2 पुडुचेरी ने 'हर घर जल' के लक्ष्य को प्राप्त किया
- 3 गैर-मुस्लिम शरणार्थियों से नागरिकता हेतु आवेदन आमंत्रित
- 4 जी-सेक एक्विजिशन प्रोग्राम
- 5 ‘ग्लोबल यूथ मोबलाइज़ेशन लोकल सॉल्यूशंस’ अभियान
- 6 देश में प्रथम साइकिलिंग नीति का मसौदा
- 7 अंटार्कटिका से विश्व का सबसे बड़ा हिमखंड टूटकर अलग हुआ
- 8 चन्द्रमा के पीछे छुप जाएगा मंगल