माइटोकॉन्ड्रियल विकार एवं उनकी चिकित्सा
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी (एनआईआई) के शोधकर्ताओं की एक टीम ने माइटोकॉन्ड्रियल विकार (mitochondrial disorders)को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है| एनआईआई के शोधकर्ताओं ने ऑटोसोमल डोमिनेंट प्रोग्रेसिव एक्सटर्नल ओप्थाल्मोप्लेजिया (Autosomal dominant progressive external ophthalmoplegia- adPEO) नामक माइटोकॉन्ड्रियल विकार (रोग) को अपने शोध का आधार बनाया|
मुख्य बिंदु
- वर्तमान में ‘ऑटोसोमल डोमिनेंट प्रोग्रेसिव एक्सटर्नल ओप्थाल्मोप्लेजिया’, सर्वाधिक व्यापक माइटोकॉन्ड्रियल विकार है।
- माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए की अपनी प्रतिकृति बनाने से संबंधित समस्या आने पर यह विकार पैदा होता है।
- स्वस्थ माइटोकॉन्ड्रिया में, पॉलिमरेज़ गामा नामक प्रोटीन इस महत्वपूर्ण कार्य को करता है।
- पॉलीमरेज़ गामा का ....
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