जैव प्लास्टिक पर्यावरण प्रतिकूल

7 दिसंबर, 2018 को ‘एनवायरमेंटल रिसर्च लैटर्स’ (Environmental Research Letters) में प्रकाशित बॉन विश्वविद्यालय, जर्मनी के अध्ययन अनुसार जैव प्लास्टिक से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में वृद्धि होने के आसार हैं।

अध्ययन की मुख्य विशेषताएं

अध्ययन के अनुसार पेट्रोलियम आधारित प्लास्टिक की जगह पादप आधारित प्लास्टिक का प्रयोग करने से अपेक्षाकृत कम सकारात्मक प्रभाव हो सकते है। अगले कुछ वर्षों में जैव प्लास्टिक की बढ़ी हुई खपत वैश्विक स्तर पर फसल भूमि विस्तार से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में वृद्धि कर सकती है।

क्या है जैव प्लास्टिक?

सिद्धांततः जैव प्लास्टिक जलवायु अनुकूल है और यह पर्यावरण को प्रभावित नहीं करता है क्योंकि यह मक्का, गेहूं अथवा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री