सामाजिक प्रभाव आकलन आवश्यकता एवं महत्व

किसी भी विकास परियोजना का उद्देश्य देश की आबादी के जीवन स्तर और गुणवत्ता में वृद्धि करना तथा पर्यावरण के संसाधनों को नुकसान पहुंचाए बिना स्थानीय आय और रोजगार के अवसरों का निर्माण तथा विस्तार करना होता है। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि विकास गतिविधियों के कारण होने वाले सामाजिक प्रभाव का आकलन किया जाए, ताकि समाज पर उसके संभावित प्रतिकूल प्रभावों का परियोजना के प्रारंभिक स्तर पर ही उपशमन किया जा सके।

हाल ही में महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने ‘अहमदाबाद-मुम्बई बुलेट ट्रेन परियोजना’ (Ahmedabad-Mumbai Bullet Train Project) हेतु किए जा रहे भूमि अधिग्रहण को ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री