G7 सम्मेलन एवं भारत: पश्चिम के साथ संबंधों के विस्तार का अवसर

सतीश कुमार कर्ण

7 देशों का समूह जिसे 'G7' के नाम से जाना जाता है, सात औद्योगीकृत लोकतंत्रें का एक अनौपचारिक समूह है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, कनाडा और जापान शामिल हैं। समूह के राष्ट्र प्रमुख, वैश्विक आर्थिक शासन, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, ऊर्जा नीति, स्वास्थ्य, मानवाधिकार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित लोगों के साथ एक वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित करते हैं।

हाल ही में यूनाइटेड किंगडम के कोर्नवॉल में आयोजित 47वें जी7 शिखर सम्मलेन में दुनिया के 7 सबसे अमीर लोकतांत्रिक देशों के राष्ट्र प्रमुखों की आमने-सामने मुलाकात हुई। ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री