ऋणों की बिक्री हेतु व्यापक मानदंड

  • भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में ऋण एक्सपोजर की बिक्री (Sale of Loan Exposures) तथा मानक परिसंपत्तियों के प्रतिभूतिकरण (Securitisation of Standard Assets) से संबंधित ड्राफ्ट फ्रेमवर्क जारी किया।
  • इस कदम का उद्देश्य बैंक ऋणों के लिए एक मजबूत द्वितीयक बाजार का निर्माण करना है जो उचित मूल्य सुनिश्चित कर सके तथा आसन्न तनाव की स्थिति में एक संकेतक के रूप में कार्य कर सके।
  • बैंक ऋणों के लिए यह गतिशील द्वितीयक बाजार प्रत्येक ऋण से जुड़े 'ऋण जोखिम मूल्य निर्धारण' (credit risk pricing) की उचित खोज सुनिश्चित करेगा।

मुख्य बिंदु

  • संशोधित दिशानिर्देश प्रतिभूतिकरण बाजार से जुड़ी विनियामक रूपरेखा को ....
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