भारत में क्षेत्रीय असमानता दूर करने में राजकोषीय संघवाद कितना प्रभावी?
विवेक उपाध्याय
भारत में एक तरफ गोवा एवं केरल जैसे क्रमशः उच्च प्रति व्यक्ति आय व सशक्त सामाजिक संकेतक वाले राज्य हैं तो वहीं दूसरी बिहार जैसे बीमारू राज्य हैं; जो आर्थिक तथा सामाजिक दोनों ही स्तरों पर अफ्रीका जैसे अति पिछड़े क्षेत्रों से साम्य रखते हैं। भारत के आर्थिक विकास की यह विडंबना हमेशा से नियोजकों तथा प्रशासकों के लिए चुनौती प्रस्तुत करती रही है। इस चुनौती के शमन के लिए स्वतंत्रता के समय से ही प्रयास होते रहे हैं। भारत में व्याप्त क्षैतिज तथा ऊर्ध्वाधर असमानता को दूर करने के लिए 1990 के दशक में ....
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