भारत में आतंकवाद से होने वाली मौतों की संख्या 2017 में 12 प्रतिशत बढ़कर 384 हो गई। वैश्विक आतंकवाद सूचकांक में भारत अब सातवें स्थान पर है। भारत में आतंकवाद और हिंसक संघर्ष का दायरा विशेष रूप से व्यापक है, 2017 में 51 विभिन्न आतंकवादी समूह कम से कम एक आतंकवादी हमले के लिए और 25 आतंकी समूह कम से कम एक मौत के लिए जिम्मेदार थे।
1. नक्सली हमले
भारत में सबसे घातक समूह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) है, जो 2017 में भारत में 205 मौतों और 190 आतंकवादी घटनाओं के लिए या 53 फीसदी मौतों के लिए जिम्मेदार था। माओवादियों को नक्सलियों के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि पहली बार इनकी उपस्थिति नक्सलबाड़ी गांव (पश्चिम बंगाल) में दर्ज की गई।
माओवादी हमलावर अक्सर पूरे देश विशेषकर उत्तरी और मध्य भागों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और अन्य सशस्त्र बलों के खिलाफ हमले करते हैं।
2. जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद
जम्मू और कश्मीर में 2017 में 102 मौतें आतंकी हमलों में हुई, जिनमें पांच आतंकवादी समूह, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) सर्वाधिक मौतों के लिए जिम्मेदार थे। भारत में सबसे सक्रिय इस्लामिक आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा, 2017 में 10 प्रतिशत मौतों के लिए जिम्मेदार था। 2008 के आतंकी हमलों के लिए भी यही समूह जिम्मेदार था, जिसमें मुंबई स्थित ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल की घेराबंदी में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।