बंगाल की खाड़ी से उठे इस तूफान को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भीषण चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) की श्रेणी में रखा गया। इस तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित तमिलनाडु के तंजावुर, तिरुवरूर, नागपट्टिनम और पूडुकोट्टई जिले रहे। इस तूफान में 45 लोगों और 92,500 से अधिक पक्षियों और 12,200 मवेशियों की मौत हो गई। इस तूफान को गाजा नाम श्रीलंका द्वारा दिया गया।