केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हवाई अड्डों पर विमान यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली बायोमेट्रिक आधारित डिजिटल प्रोसेसिंग सेवा-‘डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म’ की नीति जारी कर दी है। डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से विमान यात्रियों के लिए देश भर के हवाई अड्डों पर टिकट बुकिंग तथा अन्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए एकसमान व्यवस्था की गई है। डिजी यात्रा प्लेटफॉर्म फरवरी, 2019 के अंत तक शुरू हो जाएगा। बेंगलुरु और हैदराबाद के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर इसे पायलट स्तर पर शुरू किया जाएगा। जिसके बाद अप्रैल, 2019 तक इसे कोलकाता, वाराणसी, पुणे और विजयवाड़ा के हवाई अड्डों पर भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म रिमोटली पायलटेड एरियल सिस्टम (आरपीएएस), जिसे ड्रोन कहा जाता है, कि सुरक्षित उड़ानों के लिएपंजीकरण की एक प्रणाली भारत ने शुरू की है। अगस्त में भारत ने आरपीएएस की सुरक्षित उड़ान को सुनिश्चितकरने के लिए नागरिक उड्डयन नियमन को जारी करने की घोषणा की थी। |